Edited By ,Updated: 20 Apr, 2016 04:16 PM
कमिश्नर कार्यालय के सामने इकठ्ठा हुई ये महिलाएं करोडों की ठगी का शिकार हुई हैं। आज कमिश्नर के कार्यालय पर पहुंचकर अपनी पीड़ा कहना चाहती थी मगर सुनने वाला कोई नहीं।
गोरखपुर(रुद्र प्रताप सिंह): कमिश्नर कार्यालय के सामने इकठ्ठा हुई ये महिलाएं करोडों की ठगी का शिकार हुई हैं। आज कमिश्नर के कार्यालय पर पहुंचकर अपनी पीड़ा कहना चाहती थी मगर सुनने वाला कोई नहीं। नगर मजिस्ट्रेट ने इनका शिकायती पत्र लेकर महिलाओं को केवल कार्रवाई का आश्वासन दिया। मगर यह मामला तूल तब पकड़ेगा जब उन 500 ऐजेन्टो को भी इसका पता चलेगा कि उनका बीमा का रकम गायब है।
इन महिलाओं का कहना है कि भारतीय जीवन बीमा कम्पनी इससे पल्लाझाड़ रही है। मीटिंग तो एल.आई.सी बिल्डिगं मे ही होती थी तो आखिर किसके आदेश से होती थी और जमा की गई लगभग 10 करोड़ की राशि कहां गुम हो गई। कौन है वो अधिकारी जो इन सभी की मेहनत की कमाई को हजम कर फरार हो गया है।
भारतीय जीवन बीमा निगम में एक योजना शुरु किया है जिसका नाम माइक्रो इन्श्योरेन्स कम्पनी है। जो भारतीय जीवन बीमा निगम के अन्तर्गत कार्य करती है इस कम्पनी में ऐजेन्ट बनाकर बीमा के नाम पर करोड़ो की ठगी का मामला सामने आया है। खाता धारक और ऐजेन्ट दोनों सड़क पर धीरे-धीरे आ रहे हैं। राज तब खुला जब समय पूरा होने पर ऐजेन्ट एल.आई.सी ऑफिस गए और उनका खाता फर्जी बताया गया।
इन लोगों का कहना है कि इस कम्पनी ने हमें ऐजेन्ट बनाकर बीमा की रकम हड़प ली लेकिन इस मामले में अभी कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। आज छुट्टी का दिन है जिसकी वजह से जिलाधिकारी कार्यालय पर कुछ संख्या में महिलाए डीएम की ना मौजूदगी में नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया, लेकिन नगर मजिस्ट्रेट ने इस मामले मे कुछ भी कहने से मना कर दिया है।
यह मामला अभी और भी तूल पकड़ सकता है, क्योंकि इसके शिकार हुए और लोग भी सामने आ सकते हैं। आने वाला समय प्रशासन के लिए सरदर्द बन सकता है क्योंकि जब करोड़ो की रकम के ऐजेन्ट और इन्वेस्टर दोंनो फील्ड मे आएंगे तो स्वाभाविक सी बात है कि प्रशासन के लिए एक बड़ा सरदर्द भी हो सकता है।