Edited By Anil Kapoor,Updated: 20 Mar, 2025 01:03 PM

Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां वृंदावन के सुनरख गांव में रहने वाले एक युवक ने पेट में दर्द के कारण खुद ही अपना ऑपरेशन कर लिया। इस अजीब हरकत के बाद युवक की हालत...
Mathura News: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां वृंदावन के सुनरख गांव में रहने वाले एक युवक ने पेट में दर्द के कारण खुद ही अपना ऑपरेशन कर लिया। इस अजीब हरकत के बाद युवक की हालत बिगड़ गई, और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 32 वर्षीय राजाबाबू, जो कि बीबीए पास और एक किसान है, पिछले कई दिनों से पेट में दर्द से परेशान था। दर्द से तंग आकर उसने खुद ही ऑपरेशन करने का फैसला किया। इसके लिए उसने यू-ट्यूब पर पेट के ऑपरेशन से जुड़ी वीडियो देखीं और मथुरा स्थित मेडिकल स्टोर से ऑपरेशन के लिए आवश्यक उपकरण जैसे ब्लेड, बेहोशी का इंजेक्शन और टांके लगाने की सुई खरीदी।
खुद किया पेट का ऑपरेशन और यू-ट्यूब देखकर लगाए 11 टांके
बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर, राजाबाबू ने अपने घर पर ही पेट का ऑपरेशन कर लिया और फिर प्लास्टिक के धागे से 11 टांके लगा लिए। ऑपरेशन के बाद जब पेट का दर्द बढ़ गया और असहनीय हो गया, तो उसने अपने परिवार वालों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद उसे जिला संयुक्त चिकित्सालय लाया गया, जहां डॉक्टर उसकी हालत देखकर हैरान रह गए। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, क्योंकि पेट में संक्रमण फैलने का खतरा था और ऑपरेशन के दौरान हुए कट के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं थी।
डॉक्टरों ने कहा- पेट में फैल सकता है संक्रमण
जिला चिकित्सालय के डॉ. शशि रंजन ने बताया कि राजाबाबू का 15 साल पहले अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ था। अब फिर से दर्द होने पर उसने खुद ही पेट में करीब 7 सेंटीमीटर लंबा चीरा लगा लिया और टांके लगा दिए। इससे पेट के अंदर संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है, और कितना गहरा चीरा लगाया गया, यह भी साफ नहीं है। इस कारण उसे तत्काल आगरा रेफर कर दिया गया है।
पेट के रोगियों के लिए नया स्वास्थ्य शिविर
इसके अलावा, पेट के रोग जैसे फिस्टूला, पाइल्स और अन्य समस्याओं से परेशान मरीजों के लिए अब एनसीआर (नेशनल कैपिटल रीजन) की तरफ भटकने की जरूरत नहीं होगी। सोमवार से एसकेएस हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर में गैस्ट्रोएंटरोलाजी विभाग का एक विशेष स्वास्थ्य शिविर शुरू किया जाएगा। इस शिविर में पहले पंजीकरण करने वाले 500 मरीजों को जांच में विशेष छूट दी जाएगी। हॉस्पिटल के डीएमएस प्रो. गुलशन कुमार ने बताया कि इस शिविर में पेट के रोगियों की सभी तरह की जांचें की जाएंगी, और पहले 500 रोगियों से कोई परामर्श शुल्क नहीं लिया जाएगा।