Mahoba News:  यूपी में खड़ा था ट्रक…. राजस्थान में कट गया 10 लाख रुपए का चालान, सच्चाई जान ट्रक मालिक के उड़े होश

Edited By Anil Kapoor,Updated: 27 Sep, 2024 07:46 AM

the truck was parked in up  a challan of rs 10 lakh was issued in rajasthan

Mahoba News: उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के एक ट्रक मालिक को राजस्थान के चालबाज खनन माफियाओं ने लाखों रुपए का चूना लगा दिया है। महोबा में खड़े ट्रक का राजस्थान के भरतपुर जिले में लाखों रुपए के चालान सहित खनन रॉयल्टी जारी होने के मामले से ट्रक मालिक...

Mahoba News: (अमित श्रोतीय) उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के एक ट्रक मालिक को राजस्थान के चालबाज खनन माफियाओं ने लाखों रुपए का चूना लगा दिया है। महोबा में खड़े ट्रक का राजस्थान के भरतपुर जिले में लाखों रुपए के चालान सहित खनन रॉयल्टी जारी होने के मामले से ट्रक मालिक के पैरों तले जमीन खिसक गई। एआरटीओ विभाग में ट्रक का फिटनेस कराने गए ट्रक मालिक को राजस्थान में हुए चालान की जानकारी मिली तो वो दंग रह गया कि कैसे उसके ट्रक का नंबर इस्तेमाल कर राजस्थान के खनन माफियों ने न केवल बड़ा खेल खेल डाला, बल्कि ट्रक मालिक को भी 10 लाख रुपए का चूना लगा दिया है। पीड़ित की शिकायत पर एआरटीओ ने राजस्थान जनपद भरतपुर के डीएम को जांच के लिए पत्र लिखा है।

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चालबाज खनन माफिया का चौंकाने वाला मामला आया सामने
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, महोबा में चालबाज खनन माफिया का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां जनपद के कबरई थाना क्षेत्र अंतर्गत पहरा गांव में पिछले 6 माह से खड़े ट्रक नंबर UP95T3527 का 460 किलोमीटर दूर राजस्थान प्रदेश के जनपद भरतपुर में 10 लाख रुपए के चालान हो गया। ये जानकर आप भी हैरत में पड़ गए होंगे कि कैसे राजस्थान के शातिर खनन माफियों ने यूपी के सबसे पिछड़े जनपद महोबा के एक ट्रक मालिक को लाखों रुपए का चूना लगा डाला।

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महोबा में खड़े ट्रक का राजस्थान में हो गया 10 लाख का चालान
आपको बता दें कि जनपद के कबरई थाना कस्बा अंतर्गत मोहल्ला विवेक नगर में रहने वाला तारकेश्वर गुप्ता अपनी जीविका एक ट्रक के सहारे चल रहे हैं। ट्रक नंबर "UP95T3527" को जनपद में चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे। तारकेश्वर गुप्ता के साथ हुई इस अनोखी ठगी के बाद से पीड़ित न केवल हैरत में है बल्कि लाखों रुपए के चालान को कैसे चुकाएगा इसकी चिंता में परेशान भी है। पीड़ित बताता है कि उक्त ट्रक के जरिए वह कबरई में पत्थर ढोने का काम करते हैं। ट्रक की फिटनेस खत्म होने पर जब वह एआरटीओ ऑफिस फिटनेस करने पहुंचे तो विभागीय अधिकारी ने राजस्थान में 10 लाख रुपए का चालान होने पर फिटनेस करने से मना कर दिया। यह सुनकर ट्रक मालिक के होश उड़ गए कि जिले से बाहर कभी ट्रक नहीं गया और पिछले 6 माह से खड़ा है तो फिर राजस्थान में लाखों रुपए के दर्जनों चालान कैसे कट गए।

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10 लाख रुपए का चालान होना ट्रक मालिक के लिए बना चिंता का कारण
इस मामले में पीड़ित ने एआरटीओ विभाग में जांच कराई तो पता चला कि राजस्थान प्रदेश के भरतपुर जनपद अंतर्गत नागल पहाड़ी इलाके में अलग-अलग एक दर्जन से अधिक चालान ट्रक के नाम पर कटे हैं, जिनकी अनुमानित राशि 10 लाख रुपए है। अपने उक्त ट्रक के नंबर को चेक कराया तो पता चला कि ट्रक के नाम पर खनन रॉयल्टी भी जारी की गई है। यहीं नही बीती 3 सितंबर को महोबा में  खड़े उक्त ट्रक का राजस्थान के भरतपुर जनपद के नागल पहाड़ी में संचालित सिंडिकेट स्टोन क्रेशर के नाम से उक्त ट्रक नंबर पर खनन रॉयल्टी WTNW107352555 जारी हुई। जिससे यह अंदाजा लगाना कठिन नहीं होगा कि ऐसी ही खनन माफियाओं द्वारा बड़ी संख्या में खनन रॉयल्टी भी इसी ट्रक के नंबर पर जारी की गई होंगी। मगर सबसे बड़ी बात कि 10 लाख रुपए का चालान होना ट्रक मालिक के लिए चिंता कारण बना है।

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ट्रक मालिक ने अधिकारियों से लगाई मदद और न्याय की गुहार
बताया जा रहा है कि अब  पीड़ित ट्रक चालक यह जानकर हैरान और दंग हो गया कि कैसे महोबा में खड़े ट्रक के नंबर का इस्तेमाल कर चालबाज खनन माफिया राजस्थान में बड़ा खेल खेल रहे हैं। अब उसे चिंता है कि कैसे इतनी बड़ी चालान राशि को भी जमा करेगा, उसने अधिकारियों से मदद और न्याय की गुहार लगाई है। वहीं पीड़ित ने इस बाबत एक लिखित प्रार्थना पत्र एआरटीओ विभाग में देकर जारी लाखों रुपए के चालान बाबत जांच और कार्रवाई की मांग की, जिस पर उप संभागीय परिवहन कार्यालय के अधिकारी दयाशंकर ने गंभीरता दिखाते हुए उक्त मामले से संबंधित जांच हेतु भरतपुर राजस्थान के जिला अधिकारी को पत्र लिखा है।

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