Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 Sep, 2024 11:24 AM
Ghaziabad News: तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में चर्बी और फिश ऑयल का जब से पता चला है, तभी से मंदिरों में बाहर का प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगाने की व्यवस्था की जा रही है। इसी कड़ी में गाजियाबाद के प्रसिद्ध दूधेश्वर नाथ मंदिर मटके पीठाधीश्वर नारायण...
Ghaziabad News: (संजय मित्तल) तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में चर्बी और फिश ऑयल का जब से पता चला है, तभी से मंदिरों में बाहर का प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगाने की व्यवस्था की जा रही है। इसी कड़ी में गाजियाबाद के प्रसिद्ध दूधेश्वर नाथ मंदिर मटके पीठाधीश्वर नारायण गिरी ने कहा है कि सभी भक्तों के लिए विशेष सूचना है कि अगले मंगलवार से चोपला स्थित हुनमान मंदिर पर कोई भी बाजार की मिठाई के प्रसाद का मंदिर में भगवान को भोग नही लगाया जायगा और ना ही किसी भी दुकान की किसी भी रेहड़ी पर बिकने वाली मिठाई चढ़ाई जाएगी।
महेंद्र नारायण गिरी ने मंदिर में आने वाले सभी भक्तों से किया ये निवेदन
मिली जानकारी के मुताबिक, महेंद्र नारायण गिरी ने सभी भक्तों से निवेदन किया है कि वह घर से बनाकर शुद्ध मिठाई लेकर आए। गुड़, चना, फल और नारियल का भोग भगवान को लगे और इसके साथ-साथ उन्होंने यह भी कहा कि दूदेशन नाथ मंदिर में जो लोग नई गाड़ी या वाहन खरीदने पर पूजा कराने आते हैं वह भक्त मिठाई साथ में लेकर आते हैं तो वह मिठाई ना लेकर आए, बल्कि वह अपने साथ गुड़, धनिया और नारियल नींबू साथ में लेकर आएं। वहीं उन्होंने इस अपील के साथ ही पुजारियों को भी निर्देश दिया है कि इस व्यवस्था को कड़ाई से लागू किया जाए।
लगातार बढ़ता जा रहा तिरुपति प्रसाद विवाद
आपको बता दें कि इस समय तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद का विवाद काफी बढ़ा हुआ है। सूत्रों से जानकारी सामने आई थी कि तिरुपति में प्रसाद बनाने के लिए जो घी भेजा जाता था वह चर्बी से बना होता था और उसी घी से बने प्रसाद के लड्डू भक्तों को दिए जाते थे। यह भी बताया गया कि जब राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तब तिरुपति में बने लड्डू वहां भेजे गए थे। वहीं जब इस मामले ने ज्यादा तूल पकड़ा तो तिरुपति ट्रस्ट ने घी सप्लाई करने वाली एजेंसी को तो बदल दिया, लेकिन अब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है।