Edited By Anil Kapoor,Updated: 28 Mar, 2025 02:26 PM

Jhansi News: उत्तर प्रदेश के झांसी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें शादी के नाम पर एक युवक को ना केवल ठगा गया, बल्कि उसकी भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ किया गया। यह मामला झांसी के ककरबई थाना क्षेत्र का है, जहां 38 वर्षीय डालचंद्र को...
Jhansi News: उत्तर प्रदेश के झांसी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें शादी के नाम पर एक युवक को ना केवल ठगा गया, बल्कि उसकी भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ किया गया। यह मामला झांसी के ककरबई थाना क्षेत्र का है, जहां 38 वर्षीय डालचंद्र को शादी के नाम पर धोखा दिया गया।
शादी के सपने में ठगी का शिकार हुआ युवक
मिली जानकारी के मुताबिक, डालचंद्र की शादी नहीं हो पाई थी, और वह लंबे समय से एक जीवनसाथी की तलाश में था। इसी दौरान उनकी मुलाकात जबलपुर की रहने वाली रानी तिवारी से हुई, जिसने उसे शादी कराने का आश्वासन दिया। इसके बदले रानी ने 1 लाख रुपए की मांग की। शादी के सपने को साकार करने के लिए डालचंद्र ने झट से पैसे दे दिए और रानी के साथ एक लड़की और 2 युवकों के साथ 21 मार्च को अपने गांव बरमाईन पहुंच गए। जहां रानी ने डालचंद्र को रोजी नाम की एक लड़की से मिलवाया और कहा कि वह शादी के लिए तैयार है। डालचंद्र को यह सब सुनियोजित तरीके से हुआ, और उसने खुशी-खुशी 1 लाख रुपए रानी को दे दिए। इसके बाद, रानी तिवारी और उसके साथी वहां से चले गए, और डालचंद्र को लगा कि उसकी जिंदगी बदलने वाली है।
शादी के बाद हुई दर्दनाक घटना
बताया जा रहा है कि डालचंद्र ने शादी के बाद रोजी को घर लाया, और 3 दिन तक सब कुछ सामान्य रहा। लेकिन 24 मार्च की रात को अचानक 2 युवक बाइक से आए और सीधे घर में घुस गए। उन्होंने दुल्हन रोजी के साथ मारपीट शुरू कर दी। जब डालचंद्र ने विरोध किया, तो उसे धमकाया गया। इसके बाद, वे जबरदस्ती रोजी को उठाकर ले गए। यह घटना देखकर डालचंद्र के होश उड़ गए।
पुलिस में शिकायत और गिरफ्तारी
इस घटना के बाद डालचंद्र ने 26 मार्च को थाने जाकर पूरी कहानी पुलिस को बताई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की। ककरबई थाना प्रभारी विनय साहू के नेतृत्व में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें रोजी, उसका पति सगीर, जय कुशवाहा और आदित्य श्रीवास शामिल थे। ये सभी जबलपुर, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। हालांकि, गैंग की मास्टरमाइंड रानी तिवारी अभी भी फरार है।
शादी के नाम पर ठगी करने वाला गैंग
पुलिस क्षेत्राधिकारी गरौठा, राजेश राय के अनुसार, यह गैंग अविवाहित लोगों को शादी का सपना दिखाकर उन्हें धोखा देता था। पहले पैसे लिए जाते, फिर शादी करवाई जाती और कुछ दिनों में दुल्हन फरार हो जाती। अगर पीड़ित इस बारे में पुलिस में जाने की सोचता तो उसे धमकाया जाता था। पुलिस अब इस गैंग के अन्य मामलों की जांच कर रही है और फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है। वहीं राजेश राय ने बताया कि इस गैंग का नेतृत्व रानी तिवारी करती थी, और इसके साथ कुछ पुरुष और महिलाएं भी शामिल थे। यह गैंग पहले भी इस तरह की धोखाधड़ी कर चुका था, लेकिन इस बार पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया है और गैंग का पर्दाफाश करने के लिए कदम उठा रही है।