Edited By Mamta Yadav,Updated: 23 Mar, 2025 05:24 PM

डासना मंदिर के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद भी अब पुलिस कमिश्नर गाजियाबाद से अपनी जान का खतरा बताया है। यति नरसिंहानंद ने वीडियो जारी करते हुए कहा- ‘बहुत ही विश्वस्त अधिकारी ने मुझे बताया है कि गाजियाबाद...
Ghaziabad News, (संजय मित्तल): डासना मंदिर के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद भी अब पुलिस कमिश्नर गाजियाबाद से अपनी जान का खतरा बताया है। यति नरसिंहानंद ने वीडियो जारी करते हुए कहा- ‘बहुत ही विश्वस्त अधिकारी ने मुझे बताया है कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा ने मुझे पीट–पीटकर मारने के लिए एक टीम गठित की है। बता दें कि 3 दिन पहले भाजपा से लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने भी कथा के मंच से पुलिस कमिश्नर और चीफ सेकेट्री के लिए कहा था कि आपकी गोली होंगी, हमारे सीने होंगे।

'आपका स्वागत है...मैं दिलेरी के साथ अपनी मंदिर में बैठा है..'
यतिनरसिंहानंद गिरी ने कहा- एक सूचना मिली है। बहुत ही मेरे विश्वनीय अधिकारी जो पहले गाजियाबाद में रहे हैं उन्होंने मुझे जानकारी दी कि गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय मिश्रा ने मुझे पीट- पीटकर मारने के लिए टीम गठित की है। आपका बहुत बहुत स्वागत है, मैं दिलेरी के साथ अपनी मंदिर में बैठा हूं। मुझे पता है कि आपने यदि यह तय कर लिया है कि तो इतनी गुंडा ताकत है आपकी है ही कि आप यह कर सकते हैं। आपके ऑफिस में कोई भी जाए तो उसे पता चल जाता है कि कितनी नफरत आपके मन में हमारे प्रति भरी हुई है।
मरा कैसे जाता है दिलेरी के साथ यह मैं आपको सिखाउंगा
यति नरसिंहानंद ने आगे कहा- आपके साथ लोग भी वही रहते हैं, जिन्हें हमें मारने के लिए अरबों रुपये के इनाम रख रहे हैं। यहां कि भू-माफिया बहुत बड़ी तादात में अच्छा काम कर रहे हैं। बड़े अधिकारियों के लिए पैसा कमा रहे हैं। आपकी ताकत के लिए चुनौती देने वाला तो कोई नहीं है। आपने तय कर लिया कि आपने टीम गठित कर ली। मरा कैसे जाता है दिलेरी के साथ यह मैं आपको सिखाउंगा। मुझे कल आपके कार्यालय में आपके स्थांतरण के लिए अनशन करना था। आपके मन में यदि किसी का भी भय होता तो आप यह योजना नहीं बनाते।
अब मैं आराम से यहीं बैठा हूं, अपने हीजड़ों की फौज भेज दो
उन्होंने कहा कि आपके खिलाफ अनशन बैठने का कोई फायदा नहीं है। अब मैं आराम से यहीं बैठा हूं, अपने हीजड़ों की फौज भेज दो। वह मुझे ले जाएंगे, जैसे चाहेंगे मार देंगे। मैं कुछ नहीं करने वाला। न ही बवाल करने वाला, न ही किसी को बुलाने वाला। शाम को मां का हवन करुंगा। अकेला इस कमरे में बैठा हूं। जब आपकी फौज आएगी तो कमरे का दरवाजा खोल दूंगा। कल फिर हवन करुंगा। बचे कुचे समय केवल अकेला बैठा हूं। आप अपने आदमी भेजो।