Edited By Anil Kapoor,Updated: 26 May, 2025 01:57 PM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को सीबीआई ऑफिस के बाहर ड्यूटी पर तैनात एएसआई वीरेंद्र सिंह पर एक व्यक्ति ने धनुष-बाण से हमला कर दिया। इस हमले में एएसआई गंभीर रूप से घायल हो गए, हालांकि अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को सीबीआई ऑफिस के बाहर ड्यूटी पर तैनात एएसआई वीरेंद्र सिंह पर एक व्यक्ति ने धनुष-बाण से हमला कर दिया। इस हमले में एएसआई गंभीर रूप से घायल हो गए, हालांकि अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इस सनसनीखेज मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
कौन है आरोपी?
मिली जानकारी के मुताबिक, हमलावर की पहचान दिनेश मुर्मू के रूप में हुई है, जो बिहार के मुंगेर जिले का रहने वाला है। वह आदिवासी समुदाय से है और पारंपरिक हथियार बनाना उसने अपने पूर्वजों से सीखा है। दिनेश ने पुलिस को बताया कि वह 32 साल से बदला लेने की योजना बना रहा था। उसका दावा है कि सीबीआई के कारण उसकी नौकरी चली गई और उसका जीवन बर्बाद हो गया।
धनुष-बाण खुद बनाया
दिनेश ने बताया कि उसने बांस को कई दिनों तक पानी में भिगोकर उसे लचीला बनाया और फिर उसी से धनुष और प्रत्यंचा (डोरी) तैयार की। उसने कुल 6 बाण बनाए, जिनके सिरे पर लोहे के धारदार एरो (तीर) लगाए गए। 2 दिन पहले वह ट्रेन से लखनऊ पहुंचा और चारबाग स्टेशन के पास घूमता रहा। यहीं उसने अपने हथियार को अंतिम रूप दिया।
हमला कैसे हुआ?
शुक्रवार सुबह करीब 11:15 बजे, एएसआई वीरेंद्र सिंह सीबीआई ऑफिस के बाहर ड्यूटी पर थे। तभी उन्होंने एक संदिग्ध व्यक्ति को पेड़ के पास बैठे देखा। जब उन्होंने उससे पूछताछ की, तो दिनेश ने अचानक आपा खो दिया और तीर चलाना शुरू कर दिया। पहला तीर एएसआई के सीने में लगा। इसके बाद उसने एक के बाद एक कई तीर छोड़े। एएसआई किसी तरह खुद को गेट के पास बने केबिन में बंद करके बचा पाए।
आरोपी को लोगों ने पकड़ा
घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद लोगों ने साहस दिखाते हुए आरोपी को दबोच लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
नक्सली कनेक्शन की जांच
पुलिस के मुताबिक दिनेश के पास से मिले तीर और धनुष की बनावट नक्सलियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों जैसी है।हजरतगंज थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि दिनेश का कोई नक्सली संपर्क रहा है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा दिल्ली और जौनपुर में भी दिनेश पर पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले दर्ज हैं।
मानसिक तनाव में था आरोपी
दिनेश के परिजनों ने बताया कि वह मानसिक रूप से परेशान था। रेलवे से नौकरी जाने के बाद वह कई सालों से कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगा रहा था और घर से दूर हो गया था। पिछले 4 वर्षों से वह घर नहीं गया था और वाराणसी के होटलों में छोटा-मोटा काम करके जीवन चला रहा था।
एएसआई की हालत स्थिर
सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि घायल एएसआई वीरेंद्र सिंह की हालत अब स्थिर है और उन्हें जल्द अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।