Edited By Nitika,Updated: 18 Nov, 2019 05:36 PM
उत्तराखंड के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सोमवार को विधानसभा कक्ष में पौडी, श्रीनगर क्षेत्र में ऊर्जा विभाग से संबंधित समस्याओं के संबंध में बैठक ली।
देहरादूनः उत्तराखंड के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सोमवार को विधानसभा कक्ष में पौडी, श्रीनगर क्षेत्र में ऊर्जा विभाग से संबंधित समस्याओं के संबंध में बैठक ली।
बैठक में कहा गया कि सम्पूर्ण राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में 500 उपभोक्ता पर एक मीटर रीडर होना चाहिए तथा अनुमान के आधार के स्थान पर वास्तविक विद्युत बिल 2 महीने में उपलब्ध करवाया जाए। विद्युत कैम्प लगाने के लिए न्याय पंचायत अथवा ब्लाक कार्यालय का उपयोग किया जाए तथा कैम्प स्थल पर पेयजल का भी प्रबन्ध किया जाए। श्रीनगर, खिर्सू, पावौं, थलीसैंण एवं ढूंगीधार, चिपलधार मजरा महादेव, चाकीसैण, बीरोखाल, नैनीडांडा, रिकरीखाल इत्यादि कस्बे में अंडरग्राउंड केबिल एवं खुले तारों को कवर्ड तार में बदलने का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। प्रथम चरण में बड़ी लाइनों के लिए कार्य होगा। उन्होंने कहा 32 करोड़ रुपए की लागत से 28 किलोमीटर ढिकाल ग्राम पम्पिंग योजना के खिर्सू ब्लाक में पेयजल योजना लगाई जा रही है। पेयजल उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से इससे संबंधित प्रत्येक उपभोक्ता विद्युत कनेक्शन को देने का निर्णय लिया गया। ढिकाल ग्राम पम्पिंग योजना का लोकार्पण जनवरी, 2020 में राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत करेंगे।
वहीं बैठक में निर्णय लिया गया कोटद्वार मंगल में लगभग एक लाख 25 हजार उपभोक्ता का भार होने के कारण अलग उपमंडल थलीसैंण के समीप बनाया जाएगा और चाकीसैंण में 33 किलोवाट बड़ी विद्युत गृह का निर्माण कार्य एक सप्ताह में शुरू होगा। इस क्षेत्र के लगभग 27 हजार परिवार इससे लाभान्वित होंगे। यह भी कहा गया कि इस क्षेत्र के ट्रांसफार्मर को बदला जाए एवं आवश्यकता पड़ने पर नए के ट्रांसफार्मर लगाए जाए।