Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Nov, 2021 11:19 AM
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर समाजवादी पार्टी सत्ता में वापसी करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पश्चिम यूपी के जाटलैंड में जीत की रणनीति तैयार कर ली है। जिसके चलते मंगलवार...
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर समाजवादी पार्टी सत्ता में वापसी करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पश्चिम यूपी के जाटलैंड में जीत की रणनीति तैयार कर ली है। जिसके चलते मंगलवार को राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ अखिलेश की गठबंधन को लेकर लंबी बैठक हुई।
बता दें कि पश्चिम यूपी में रालोद की भूमिका हमेशा से अहम रही है। किसान आंदोलन के साथ ही चौधरी अजीत सिंह की कोरोना से मौत की सहानुभूति भी जयंत के साथ होगी। ऐसे में अखिलेश यादव ने जयंत के साथ जाटलैंड में जीत का फॉर्मूला तय कर लिया है। हालांकि अभी गठबंधन में सीटों का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के मुताबिक सपा रालोद को जाटलैंड की 36 सीटें देगी। जिसमें से रालोद 30 सीटों प्रत्याशी उतारेगी, जबकि 6 सीटों पर सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे।
ऐसा माना जा रहा है कि इस गठबंधन से जाट और मुस्लिम एक साथ होकर वोट करेंगे तो पश्चिम यूपी की कई सीटों पर सियासी समीकरण बदल सकता है। जयंत और अखिलेश का गठबंधन बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। हालांकि चुनावों की जीत का परचम कौन लहराएगा यह तो 2022 का चुनाव परिणाम ही बताएगा।