Edited By Mamta Yadav,Updated: 22 Sep, 2024 05:20 PM
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में चंबल इलाके के करीब 4000 से अधिक लोग डाक पिन कोड के चलते खासी मुसीबत में फंसे हुए हैं। दरअसल, ये सभी इटावा जनपद के हैं और इनका पिन कोड औरैया का है। आधार वेरीफिकेशन इनके लिए जी का जंजाल बना हुआ है।
Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में चंबल इलाके के करीब 4000 से अधिक लोग डाक पिन कोड के चलते खासी मुसीबत में फंसे हुए हैं। दरअसल, ये सभी इटावा जनपद के हैं और इनका पिन कोड औरैया का है। आधार वेरिफिकेशन इनके लिए जी का जंजाल बना हुआ है। इटावा प्रधान डाकघर के प्रधान डाक अधीक्षक चंद्रशेखर बरुआ ने रविवार को बताया कि उनकी जानकारी में पिनकोड की समस्या को लाया गया है इस समस्या को लेकर के विभागीय स्तर पर दुरुस्त करने की उनकी पहल रहेगी ताकि ग्रामीणों को होने वाली कठिनाई से दूर किया जा सके।
चकरनगर तहसील की 7 ग्राम पंचायत के लोगों ने बयां किया दर्द
जानकारी के मुताबिक समस्या से परेशान सभी लोग इटावा जिले के निवासी हैं, लेकिन इनका पिन कोड औरैया जिले में संचालित हो रहा है। इस कारण इनका आधार वेरिफिकेशन भी नहीं हो पा रहा है। जिले की चकरनगर तहसील की 7 ग्राम पंचायत के लोगों ने अपना दर्द बयान किया है। इन ग्राम पंचायत में तीन उप डाकघर है। इनमें जिला इटावा तो लिखा जाता है लेकिन पिन कोड औरैया का रहता है। खास बात यह भी है कि इनका प्रधान डाकघर भी औरैया में ही है।
25 साल पहले इटावा जिले की तहसील हुआ करता था औरैया
गौरतलब है कि औरैया जिला कभी इटावा जिले की तहसील हुआ करता था। 25 साल पहले औरैया को जिला बना दिया गया, लेकिन चकरनगर इटावा जिले में ही है। भरेह, हरौली बहादुरपुर, गढाकस्दा, महुआ सूढा, पथर्रा, नीमरी और कछहरी का प्रधान डाक घर अभी भी औरैया जिले में ही है। इनका पिनकोड 206121 है, जबकि चकरनगर तहसील इलाके की 34 ग्राम पंचायतों का पिन कोड 206125 है, जो इटावा जिले के भरथना का है। पिन कोड आधार कार्ड से जुड़ा हुआ है। आजकल हर काम में आधार कार्ड की आवश्यकता पड़ती है। बिना उसके कुछ भी संभव नहीं।
ग्रामीणों को नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ
स्थानीय निवासियों का मानना है कि जब वह किसी कार्य के लिए अपना आधार कार्ड देते हैं तो उसमें पिन कोड औरैया जिले का दर्शाया जाता है। इससे सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। यह मामला जिलाधिकारी अवनीश राय के संज्ञान में भी आया है। प्रधान मंजू देवी, अनीता देवी व भूप सिंह निषाद आदि ने डीएम से गांव के पिन कोड को भरथना से जोड़ने की मांग की है ताकि ग्रामीणों को सरकारी योजना का लाभ सही ढंग से मिल सके।