Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Apr, 2023 10:38 AM
यूपी निकाय चुनाव को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं। सभी राजनीतिक दल सिलसिलेवार उम्मीदवारों के नाम घोषित कर रहे हैं। ऐसे में दावोंदारों के टिकट कटने पर रोष भी देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में बांदा ...
बांदा: यूपी निकाय चुनाव को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं। सभी राजनीतिक दल सिलसिलेवार उम्मीदवारों के नाम घोषित कर रहे हैं। ऐसे में दावोंदारों के टिकट कटने पर रोष भी देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में बांदा में निकाय चुनावों में टिकट बंटवारे को लेकर विवाद सामने आया है। यहां नगर पंचायत अध्यक्ष पद का टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी के एक कार्यकर्ता ने मुंडन कराया। वहीं पार्टी जिलाध्यक्ष पर 15 लाख रुपये लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया है। कहा कि उसके पास पुख्ता सबूत हैं और वह जल्द ही इन सबूतों को पार्टी के पटल पर रखेंगे।
बीजेपी कार्यकर्ता प्रीतम गुप्ता ने बताया कि वह बीते 17 साल से पार्टी की सेवा कर रहे हैं। इस दौरान स्थानीय कार्यकर्ता से लेकर पार्टी की जिला इकाई में पदाधिकारी तक रहे। विभिन्न आयोजनों में दरी भी बिछाई। बावजूद इसके निकाय चुनाव में उनकी पत्नी का टिकट काट दिया गया। उन्होंने बताया कि पार्टी जिलाध्यक्ष ने उनसे तो पैसे नहीं मांगे, लेकिन 15 लाख रुपये लेकर किसी और को दे दिए हैं।
गुप्ता ने बताया कि टिकट बेचने के पुख्ता सबूत उनके पास हैं और जल्द ही पार्टी हाईकमान को यह सारे सबूत सौंपने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वह अपनी पत्नी के लिए नगर पंचायत तिंदवारी से टिकट मांग रहे थे। इसके लिए उन्हें पहले आश्वासन भी मिला था। इसलिए उन्होंने पहले से तैयारियां भी शुरू कर दी थीं, लेकिन ऐन वक्त पर उनका टिकट काट कर किसी और को दे दिया गया।
इतना ही नहीं प्रीतम ने बताया कि वह पार्टी में 17 साल से सेवा कर रहे हैं। उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में दरी बिछाने से लेकर वह जिम्मेदारी निभाई है, जो एक पार्टी कार्यकर्ता को करनी चाहिए। यहां तक कि वह जिला यूनिट में पदाधिकारी भी रहे हैं, लेकिन उनकी सेवाओं का फल मिलने का वक्त आया तो पार्टी जिलाध्यक्ष ने एक झटके में उनका टिकट काट कर उनकी औकात बता दी है।