Edited By Anil Kapoor,Updated: 31 May, 2025 09:49 AM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की RO/ARO परीक्षा-2023 के पेपर लीक मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक और बड़ी सफलता मिली है। STF ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके से अभिनंदन कुमार नाम के युवक को गिरफ्तार किया है, जो इस मामले में लंबे...
Lucknow News: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की RO/ARO परीक्षा-2023 के पेपर लीक मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक और बड़ी सफलता मिली है। STF ने लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके से अभिनंदन कुमार नाम के युवक को गिरफ्तार किया है, जो इस मामले में लंबे समय से फरार चल रहा था। अभिनंदन पर आरोप है कि उसने 15 लाख रुपए में पेपर खरीदने की डील की थी और इसके बदले पहले ही 1 लाख रुपए एडवांस में दे दिए थे।
क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, RO/ARO की प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी 2024 को हुई थी, लेकिन परीक्षा से पहले ही पेपर इंटरनेट पर लीक हो गया, जिसके बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इस पेपर लीक मामले की जांच STF को सौंपी गई थी।
कौन है गिरफ्तार आरोपी अभिनंदन?
अभिनंदन ठाकुरगंज, लखनऊ के रस्तोगीनगर का रहने वाला है। वह दवाइयों का व्यापार करता है और विभूतिखंड में 'अलाया डिस्ट्रीब्यूटर' के नाम से एक ऑफिस भी चला रहा था। उसके पिता की एक मेडिकल शॉप भी है।
कैसे जुड़ा पेपर लीक गैंग से?
पूछताछ में अभिनंदन ने बताया कि उसकी पहचान डॉ. शरद सिंह से हुई थी, जो पीजीआई के वृंदावन कॉलोनी में रहते हैं। शरद ने उसे भरोसा दिलाया कि वह परीक्षा का पेपर पहले ही दिलवा सकता है और अच्छी नौकरी लगवा देगा। शरद ने RO/ARO की परीक्षा के लिए 15 लाख रुपए में पेपर दिलवाने की बात कही। अभिनंदन ने इस डील में भरोसा करके 1 लाख रुपए एडवांस दे दिए। साथ ही शरद को अपने सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र और एक ब्लैंक चेक भी गारंटी के तौर पर सौंपा।
कहां मिला पेपर?
शरद ने अभिनंदन को 9 फरवरी को भोपाल बुलाया। वहां उसे होटल कमल पैलेस (आनंद नगर, भोपाल) में ठहराया गया।होटल में पहले से ही सुभाष प्रकाश और विवेक उपाध्याय मौजूद थे, जो पेपर लीक गैंग के सदस्य हैं। वहीं पर अभिनंदन को पेपर पढ़ाया गया, जो बाद में सही साबित हुआ, यानी वही प्रश्न परीक्षा में पूछे गए।
गिरफ्तारी और सबूत
पेपर लीक मामले में STF ने पहले ही राजीव नयन मिश्रा, सुभाष प्रकाश और विवेक उपाध्याय को गिरफ्तार किया था। इन गिरफ्तारियों की जानकारी लगते ही अभिनंदन ने अपने मोबाइल से सारी चैट डिलीट कर दी और फरार हो गया। करीब एक साल तक भूमिगत रहने के बाद STF ने उसे लखनऊ के मनोचा बेकरी (ठाकुरगंज) के पास से पकड़ लिया। पुलिस को उसके पास से एक मोबाइल फोन भी मिला है।
अगली कार्रवाई
STF अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है। अभिनंदन को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।
परीक्षा से जुड़े आंकड़े
RO/ARO प्रारंभिक परीक्षा-2023 में 10.76 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। यह UPPSC के इतिहास में सबसे बड़ी संख्या है। परीक्षा प्रदेश के 58 जिलों के 2387 केंद्रों पर हुई थी। पेपर लीक के चलते अब तक यह परीक्षा एक साल से लंबित है और अभी तक नई तारीख तय नहीं हुई है।