Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 30 Aug, 2023 05:04 PM
हापुड़ जिला अदालत परिसर में मंगलवार को अधिवक्ताओं पर पुलिस की लाठी चार्ज के विरोध में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। हापुड़ में हुई...
प्रयागराज: हापुड़ जिला अदालत परिसर में मंगलवार को अधिवक्ताओं पर पुलिस की लाठी चार्ज के विरोध में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। हापुड़ में हुई घटना के मद्देनजर मंगलवार की शाम हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की एक आपात बैठक हुई जिसमें हापुड़ में अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की गई और निर्णय लिया गया कि 30 अगस्त को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता हापुड़ की घटना के विरोध में न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में वादियों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसी भी मुकदमे में कोई प्रतिकूल निर्णय पारित नहीं करने का सभी न्यायमूर्तियों से निवेदन किया गया। राज्य विधिक परिषद, उत्तर प्रदेश की ओर से भी प्रदेश के समस्त बार एसोसिएशन को एक पत्र जारी कर हापुड़ की घटना के विरोध में बुधवार को न्यायिक कार्य से विरत रहने का आह्वान किया गया। राज्य विधिक परिषद ने सरकार से 48 घंटे के भीतर हापुड़ के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और क्षेत्राधिकारी का स्थानांतरण करने और इस घटना के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
क्या है मामला?
बता दें कि कुछ समय पहले यूपी के हापुड़ में एक महिला अधिवक्ता और सिपाही के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। जिसे लेकर पुलिस ने महिला अधिवक्ता और उसके पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. जिसका विरोध करते हुए अधिवक्ताओं ने मंगलवार को न्यायिक कार्य बंद रखते हुए तहसील चौपला पर जाम लगा दिया। जाम खुलवाने के दौरान पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच खींचातानी के बीच पुलिस ने जाम खुलवाने के लिए लाठीचार्ज शुरू कर दिया था।