Edited By Imran,Updated: 04 Sep, 2024 05:19 PM
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद की सड़के खूनी हो गयी है। यह हम नहीं यह एआरटीओ प्रवर्तन सुभाष राजपूत जी कहा रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि माह जुलाई 2024 में 37 सड़क दुर्घटनाओं में 21 लोगों की मृत्यु हुई है। जबकि जनवरी से माह जुलाई 2024 तक 231 सड़क...
फर्रुखाबाद ( दिलीप कुमार ): उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद की सड़के खूनी हो गयी है। यह हम नहीं यह एआरटीओ प्रवर्तन सुभाष राजपूत जी कहा रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि माह जुलाई 2024 में 37 सड़क दुर्घटनाओं में 21 लोगों की मृत्यु हुई है। जबकि जनवरी से माह जुलाई 2024 तक 231 सड़क दुर्घटनाओं में 126 लोगों की मृत्यु हुई ।
माह जुलाई 2024 में मुख्य रूप से अन्य जिला मार्ग तथा मुख्य जिला मार्ग पर दुर्घटनाओं एवं मृतकों की संख्या बढ़ी है जबकि जनपद के चारों राज्य मार्गों पर दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है। इसका कारण है। मुख्य मार्गो की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गयी है। हरदोई रोड पर जमापुर मोड तक मार्ग ,सेंट्रल जेल से यकूतगंज मार्ग ,पांचाल घाट से बेवर रोड मार्ग। पांचाल घाट से रामगंगा पुल तक मार्ग,सहित जनपद में एक दर्जन से अधिक मार्ग की स्थिति अत्यंत दयनीय है। सड़क समझ कर सरपट भागने की कोशिश जान लेवा हो सकती है। क्योंकि इस नाम से चर्चित इस शहर की सड़कों की हालत वैसी नहीं हैं। कारण गड्ढे में सड़क है, या फिर सड़क में गड्ढे यह पता भी नहीं चलेगा। पूरे उत्तर प्रदेश की विकास की गंगा सिर्फ फर्रुखाबाद में बह रही है। विकास के नाम पर योगी सरकार की गड्डा युक्त सड़क जिले में दिखाई दे रही है। इनमें कुछ तो डेंजर जोन के रूप में मुंह बाए खड़ी है। आये दिन दुर्घटना घटती रहती है।
आमतौर पर 52 किलोमीटर की दूरी किसी भी दो पहिया या चार पहिया वाहन से तय करने में 30 मिनट से 45 मिनट का समय लगता है लेकिन इस 52 किलोमीटर की खस्ताहाल सड़क पर इस दूरी को तय करने में लगभग 2 घंटे का समय लोगों का बर्बाद होता है। समय के साथ ही ईंधन की बर्बादी भी होती है। बीते तीन साल में इस सड़क पर हुए हादसों में 80 लोगों की मौत हुई है। जबकि 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं। ऐसे में इन गड्ढों वाली सड़कों की हालत ऐसी बन चुकी है कि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी। हास्यास्पद तो यह कि ही यह जिला प्रशासन को दिखाई दे रहा है और जिले के जनप्रतनिधियो को भी। जनपद में जनपद में वर्ष 2021 से 2023 के आंकड़ों के आधार पर 12 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से 7 ब्लैक स्पॉट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है तथा पांच ब्लैक स्पॉट राज्य मार्ग पर स्थित है।