Edited By Pooja Gill,Updated: 06 Apr, 2025 10:13 AM

Ram Navami: आज रामनवमी पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। राम मंदिर में सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया। रामलला के दर्शनों के लिए भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे है और लंबी-लंबी कतारों...
Ram Navami: आज रामनवमी पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। राम मंदिर में सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया। रामलला के दर्शनों के लिए भारी संख्या में भक्त पहुंच रहे है और लंबी-लंबी कतारों में लगकर रामलला के दर्शन कर रहे है। सरयू में आस्था की डुबकी लगाने के साथ ही रामनवमी पर्व के उत्सव का आगाज हो गया। राम मंदिर में आए हुए श्रद्धालुओं पर ड्रोन के जरिये सरयू के जल की बारिश हुई। थोड़ी देर में जन्मोत्सव के कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे।
रामलला को होगा सूर्य तिलक
रामनवमी पर ठीक दोपहर 12 बजे सूर्यवंशी भगवान राम के ललाट पर सूर्य तिलक होगा। सबसे पहले रामलला का अभिषेक किया जाएगा। यह करीब एक घंटे चलेगा। इसके बाद पर्दा पड़ जाएगा और भोग प्रसाद लगाया जाएगा। 10 मिनट के ठहराव के बाद फिर रामलला का श्रृंगार किया जाएगा। इसकी अवधि भी एक घंटे के करीब होगी। इसके बाद फिर 10 मिनट के लिए ठहराव आएगा। भोग प्रसाद लगेगा और फिर ठीक दोपहर 12:00 बजे रामलला का जन्म होगा। इस दौरान सूर्य की किरणों से रामलला के ललाट पर तिलक किया जाएगा। उनके मस्तक पर सूर्याभिषेक होगा।
पंचामृत से होगा रामलला का स्नान
राम मंदिर में विराजमान रामलला की यह दूसरी रामनवमी होगी, जिसमें उनके जन्मोत्सव के लिए विशेष अनुष्ठान होंगे। सुबह 10:20 बजे से शुरू होने वाले अनुष्ठानों में रामलला को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और सरयू जल) से स्नान कराया जाएगा। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उन्हें कीमती वस्त्र और साफे की पगड़ी या विशिष्ट मुकुट पहनाया जाएगा।
रामानंदी परंपरा से होगी पूजा
राम मंदिर के पुजारी संतोष तिवारी ने बताया कि 33 साल तक टाट में रहने के दौरान रामलला का उत्सव प्रतीकात्मक था, लेकिन अब मंदिर ट्रस्ट भव्यता के साथ जन्मोत्सव मना रहा है। रामानंदी परंपरा से रामलला का पूजा की जाएगी। इस पल की साक्षी पूरी दुनिया बनेगी। विभिन्न माध्यमों से इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा।