Edited By Pooja Gill,Updated: 25 Mar, 2025 09:42 AM

संभल: संभल में पिछले वर्ष नवंबर महीने में हुई हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जिया उर रहमान बर्क की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही। अब इस मामले में पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी किया है...
संभल: संभल में पिछले वर्ष नवंबर महीने में हुई हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जिया उर रहमान बर्क की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही। अब इस मामले में पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी किया है। इस नोटिस के तहत उनसे इस हिंसा मामले में पूछताछ की जाएगी। नोटिस जारी करने की जानकारी एसपी द्वारा दी गई।
केस में जांच का बढ़ा दायरा
संभल जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि थाना कोतवाली संभल में 24 नवंबर की हिंसा में जो अभियोग पंजीकृत किया गया था उसी की विवेचना की कड़ी में विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के जो दिशा निर्देश हैं उसी के अनुक्रम में विवेचक द्वारा सांसद को नोटिस दिया जाए और उनसे विवेचना में शामिल होने का अनुरोध किया जाए। हाईकोर्ट की गाइडलाइन के तहत केस के विवेचक ने सांसद को नोटिस दिया है।
सपा सांसद से होगी पूछताछ
एसपी ने कहा कि वह नामजद अभियुक्त हैं और इसके आधार पर उनका बयान होना भी जरूरी है। एसपी ने कहा कि उनकी अन्य व्यक्तियों से क्या बात हुई, यह सब पूछताछ में जरूरी है। विवेचना इस बात पर निर्भर होगी कि उनका बयान क्या है और किस तरह का हलफनामा उनके द्वारा माननीय न्यायालय में दिया गया था।
'हिंसा में शामिल अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा'
उल्लेखनीय हैं कि पिछले वर्ष स्थानीय अदालत के आदेश पर संभल की जामा मस्जिद में एक सर्वेक्षण के दौरान हुए विरोध के फलस्वरूप हिंसा भड़क गयी जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी। संभल पुलिस द्वारा सोमवार को संभल कोतवाली और नखासा थाना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला गया। रविवार को शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली की गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। फ्लैग मार्च ने अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र के नेतृत्व में नगर में भ्रमण किया। अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) श्रीशचंद्र ने बताया कि पुलिस द्वारा संभल नखासा क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला गया है। उन्होंने कहा कि इसके जरिये विश्वास दिलाया जा रहा है कि अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही लगातार जारी रहेगी और हिंसा में शामिल अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।