Edited By Mamta Yadav,Updated: 08 Nov, 2024 01:23 AM
भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद के जमीनी विवाद में अब श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट भी शामिल हो गया है। जहां अभी तक श्री कृष्ण जन्मभूमि के भक्त या सनातनी लोग ही शामिल थे वहीं अब 18 वादों में श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्टी भी अपने केश दायर...
Mathura News, (मदन सारस्वत): भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद के जमीनी विवाद में अब श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट भी शामिल हो गया है। जहां अभी तक श्री कृष्ण जन्मभूमि के भक्त या सनातनी लोग ही शामिल थे वहीं अब 18 वादों में श्री कृष्ण जन्मभूमि ट्रस्टी भी अपने केश दायर करने के वाद गुरुवार को श्री कृष्ण जन्मभूमि के एक प्रेस वार्ता के माध्यम से सामने आए।
बाकी अन्य भक्त का केस लड़ना किसी तरह बाजिव नहीं: बिंदल
मुख्य ट्रस्टी विनोद कुमार बिंदल और गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि अब हम अपने जन्मभूमि के लिए केश दायर कर चुके है। जबकि हमारे केस में कोर्ट ने संज्ञान लिया है और उसके वाद बाकी के जो केस है 17 वो सभी बेकार माने जा सकते है क्योंकि जिस तरह से कृष्ण जन्मभूमि पर अधिकार जमीन और शाही ईदगाह मस्जिद की जमीन भी हमारी है तो इसमें बाकी अन्य राजगीर या भक्त का केस लड़ना किसी तरह बाजिव नहीं है। यानी जन्मभूमि के ट्रस्टी विनोद कुमार बिंदल ने कहा है कि हम अपनी सारी तैयारी करने के वाद अपना केस दायर किया है और अब हम चाहते है कि बाकी जितने केस दायर है उन्हें अपनी-अपनी याचिका वापस लेनी चाहिए। अगर वो भगवान श्री कृष्ण की जमीन को वापस लाना चाहते है तो उन्हें हमारे साथ खड़ा होकर हमारे केस में ही साथ में आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कागज में हम ही सच्चे वादी है और बाकी सब तो बेकार है। क्योंकि अगर शाही ईदगाह हटी तो वो मिलेगी तो हमको ही जबकि 18 केश होने के कारण ईदगाह पक्ष को हमारे केश को कमजोर करने में मदद मिलेगी। वहीं जन्मभूमि के ट्रस्टी ने कहा कि हम यही चाहते हैं कि हमारे साथ बाकी के लोग आए मगर अपना अपना केश वापस लेकर। उनका केश लड़ना बेबुनियाद है क्योंकि यहां कृष्ण जन्मभूमि हमारी है और ईदगाह की जमीन भी सारे कागजों में हमारी ही है इसी लिए हमारा केस ही मजबूत है।