Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 22 Sep, 2020 12:08 PM
योगी सरकार (Yogi Sarkar) में दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह ( Rajeshwar Singh) को धमकी देने का जान से मारने की धमकी मिली है। हैरत की बात ये है कि ये धमकी किसी और ने नहीं, बल्कि सहायक भंडारण अधिकारी द्वारा दी गई है। राजेश्वर सिंह को हिन्दू नेता...
लखनऊः योगी सरकार (Yogi Sarkar) में दर्जा प्राप्त मंत्री राजेश्वर सिंह ( Rajeshwar Singh) को धमकी देने का जान से मारने की धमकी मिली है। हैरत की बात ये है कि ये धमकी किसी और ने नहीं, बल्कि सहायक भंडारण अधिकारी द्वारा दी गई है। राजेश्वर सिंह को हिन्दू नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) की तरह हश्र भुगतने की धमकी दी गई है। जिसके चलते पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिसके बाद दर्जा प्राप्त मंत्री ने बख्शी का तालाब थाने में सहायक भंडारण अधिकारी शकील अहमद के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज कराई है। जांच के बाद शकील की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
इस मामले में राजेश्वर सिंह का कहना है, "बीज भंडारण का निरीक्षण करने के लिए मैं बख्शी का तालाब क्षेत्र में निकला था. निरीक्षण के दौरान मैंने दो गोदामों की जांच भी की. जब मैं मेन गोदाम की जांच करने के लिए पहुंचा तो वहां गोदाम में ताला बंद था और सहायक भंडारण अधिकारी शकील अहमद मौके पर नहीं थे।"
मंत्री राजेश्वर सिंह ने कहा कि जब से मुझे बीज भंडार की जिम्मेदारी मिली है, तब से मैं लगातार निरीक्षण कर रहा हूं। इसी क्रम में बीकेटी स्थित संयंत्र में निरीक्षण करने पहुंचा था। यहां 23 साल से तैनात सहायक भंडार अधिकारी शकील अहमद मौके पर मौजूद नहीं थे। इसके बाद परियोजना अधिकारी एके राव ने शकील अहमद से करीब 8 बार बात की और उन्हें मौके पर पहुंचने को कहा गया। करीब ढाई घंटे तक मैं मौके पर था। इस बीच शकील अहमद लगातार बहाने बनाते रहे। वह कभी बताते कि मैं ऑफिस में हूं फिर कहते हैं कि रास्ते में हूं, फिर कहा कि गाड़ी पंचर हो गई है। इसके बाद फोन से मेरी बात शकील अहमद से करवाई गई।
मंत्री ने कहा कि फ़ोन पर शकील अहमद गाली गलौज करने लगा। शकील अहमद ने कहा कि ज्यादा भंडार व माल की जांच के चक्कर में पढ़ोगे तो तुम्हें जान से मारवा देगे। तुम अपनी जांच पड़ताल बंद कर दो, मेरा कुछ नहीं कर पाओगे। तुम्हारा वही हश्र होगा जो पहले लखनऊ में हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी का हुआ था। मंत्री ने कहा कि अभी तक के निरीक्षण में बीज भंडार में 56 करोड़ का घोटाला सामने आ चुका है। इस मामले में भी घोटाले की उम्मीद है।