Edited By Deepika Rajput,Updated: 04 Sep, 2019 09:27 AM
उत्तर प्रदेश बिजली नियामक आयोग ने खर्च में बढो़तरी और राजस्व में कमी की स्थिति को देखते हुए राज्य में बिजली की दरों में 12 फीसदी तक वृद्धि को मंजूरी दी है। वहीं बसपा अध्यक्ष मायावती ने बिजली दरों में बढो़तरी का विरोध करते हुए इसे जनविरोधी फैसला...
लखनऊः उत्तर प्रदेश बिजली नियामक आयोग ने खर्च में बढो़तरी और राजस्व में कमी की स्थिति को देखते हुए राज्य में बिजली की दरों में 12 फीसदी तक वृद्धि को मंजूरी दी है। वहीं बसपा अध्यक्ष मायावती ने बिजली दरों में बढो़तरी का विरोध करते हुए इसे जनविरोधी फैसला बताया है।
मायावती ने ट्वीट कर लिखा, 'उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार द्वारा बिजली की दरों को बढ़ाने को मंजूरी देना पूरी तरह से जनविरोधी फैसला है। इससे प्रदेश की करोड़ों खासकर मेहनतकश जनता पर महंगाई का और ज्यादा बोझ बढे़गा व उनका जीवन और भी अधिक त्रस्त व कष्टदायी होगा। सरकार इसपर तुरंत पुनर्विचार करे तो यह बेहतर होगा।'
सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, घरेलू मीटर श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए 8 से 12 फीसदी के बीच बढ़ोतरी होगी। इसी प्रकार औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए 5 से 10 प्रतिशत बढ़ोतरी का प्रस्ताव है। कृषि क्षेत्र के मीटर वाले उपभोक्ताओं के लिए शहरी क्षेत्र में 9 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी की गई है।