Edited By Mamta Yadav,Updated: 03 Feb, 2025 02:01 AM
बुंदेलखंड के महोबा में प्राचीन माता के मंदिर प्रांगण से गड़ा धन खोदने की योजना बना रहे दाफीनाबाजों को पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस की सक्रियता के चलते दफीनाबाजों की योजना विफल हो गई। पुलिस ने 2 अंतर प्रांतीय तांत्रिकों की मदद से गढ़ा धन खोदने वाली गैंग...
Mahoba News, (अमित श्रोतीय): बुंदेलखंड के महोबा में प्राचीन माता के मंदिर प्रांगण से गड़ा धन खोदने की योजना बना रहे दाफीनाबाजों को पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस की सक्रियता के चलते दफीनाबाजों की योजना विफल हो गई। पुलिस ने 2 अंतर प्रांतीय तांत्रिकों की मदद से गढ़ा धन खोदने वाली गैंग को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने सभी 8 दफीनाबाजों से 8 मोबाइल, पूजा सामग्री एक कार, कुल्हाड़ी, फावड़ा, तसला, बरामद किया है। जबकि एक आरोपी फरार हो गया। पुलिस की कार्यवाही से दफीनाबाजों में हड़कंप मच गया है।
बता दें कि महोबकंठ थाना क्षेत्र के बड़ा लिलवा गांव के बाहर स्थित प्राचीन माता मंदिर में गड़े धन की खोज में जुटे दफीनाबाजों के एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने दो अंतरप्रांतीय तांत्रिकों सहित कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि मुखबिरों से महोबकंठ थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह को सूचना मिली कि प्राचीन माता मंदिर में दफीनाबाज गड़ा धन खोदने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर दबिश दी और पुलिस ने घेराबंदी कर 8 दफीनाबाजों को पकड़ लिया जबकि एक फरार हो गया है। पुलिस ने मौके से पूजासामग्री, गड़ा धन निकालने के लिए फावड़े, तसला, टॉर्च, 8 मोबाइल और एक कार बरामद की है।
पकड़े गए इन दफीनाबाज में मध्य प्रदेश के सरसेड गांव निवासी तांत्रिक बुठे अहिरवार और मध्य प्रदेश छतरपुर निवासी तांत्रिक अनवर हुसैन सहित अनवर खान, दीपेंद्र राजपूत, राजकुमार अहिरवार, हरि सिंहअहिरवार, संतोष अहिरवार और इलियास खान को गिरफ्तार कर लिया जबकि इनका एक साथी हिरदेश राजपूत मौके से फरार हो गया। सीओ सिटी दीपक दुबे ने बताया कि पकड़े गए सभी आठ दफीनवाजों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। ये सभी मंदिर परिसर में तांत्रिक विधि से गड़ा धन निकालने की योजना बना रहे थे। यह गिरोह प्राचीन स्थलों पर गड़े धन की खोज में सक्रिय था और तांत्रिक विधियों का सहारा लेकर अवैध खुदाई का प्रयास करता था। पुलिस की सतर्कता से इस गिरोह की योजना विफल हो गई और सभी आरोपी कानून के शिकंजे में आ गए।