Edited By Ramkesh,Updated: 29 Nov, 2025 05:02 PM

जीवन में सफ़लता पाने के बाद एक इंसान को याद रहता है, उसके बचपन का स्कूल जो उसकी सफ़लता की नींव होता है। आज बरेली के एक स्कूल बिशप कॉनराड के लिए गर्व का दिन था के इलाहाबाद हाईकोर्ट के ऑनरऐबल जस्टिस अजय भनोट जी अपनी बचपन की यादों को ताज़ा करने कैम्पस...
बरेली (मोहम्मद जावेद खान): जीवन में सफ़लता पाने के बाद एक इंसान को याद रहता है, उसके बचपन का स्कूल जो उसकी सफ़लता की नींव होता है। आज बरेली के एक स्कूल बिशप कॉनराड के लिए गर्व का दिन था के इलाहाबाद हाईकोर्ट के ऑनरऐबल जस्टिस अजय भनोट जी अपनी बचपन की यादों को ताज़ा करने कैम्पस विज़िट पर पहुंचे जिसको देखते हुए स्कूल प्रबंधन द्वारा अपने पूर्व छात्र के लिए एक भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया जिसमें बिशप इग्नीशियस डिसूज़ा, प्राचार्य फ़ादर रॉयल एंथनी, स्कूल स्टाफ़ और छात्र छात्राओं ने ऑनरऐबल जस्टिस अजय भनोट जी का स्वागत किया।

ऑनरऐबल जस्टिस अजय भनोट जी भी अपने स्कूल पहुंच कर काफ़ी खुश और भावुक नज़र आए उन्होंने अपनी सफ़लता की बाते बच्चों से साझा की और बच्चों को भविष्य में कुछ कर गुज़रने और सफ़ल होने की प्रेरणा भी दी। ऑनरऐबल जस्टिस अजय भनोट ने इस स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की जब उनके पिता रिटायर्ड बिरगेडियर अशोक भनोट जी आर्मी में बरेली पोस्टेड थे। ऑनरऐबल जस्टिस अजय भनोट न केवल स्कूल कार्यक्रम के अतिथि बने बल्कि उन्होंने स्कूल के हर हिस्से में कैम्पस विजिट की।

ऑनरऐबल जस्टिस अजय भनोट जी ने बिशप इग्नीशियस डिसूज़ा, प्राचार्य फ़ादर रॉयल एंथनी, स्कूल स्टाफ़ और छात्र छात्रों का आभार व्यक्त किया। अपने कैम्पस विज़िट के पूरे समय ऑनरऐबल जस्टिस श्री अजय भनोट काफ़ी खुश और एक छात्र की तरह नज़र आए।