Edited By Mamta Yadav,Updated: 31 Mar, 2025 03:07 PM

रामनगरी अयोध्या हमेशा से ही आपसी सौहार्द और भाईचारे का पैगाम देती रही है, होली दिवाली हो या फिर ईद और बकरीद हर त्यौहार में दोनों समुदाय के लोग एक दूसरे की खुशियो में शामिल होते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं। कुछ इसी तरह का ही नज़ारा ईद के मौके पर...
Ayodhya News, (संजीव आजाद): रामनगरी अयोध्या हमेशा से ही आपसी सौहार्द और भाईचारे का पैगाम देती रही है, होली दिवाली हो या फिर ईद और बकरीद हर त्यौहार में दोनों समुदाय के लोग एक दूसरे की खुशियो में शामिल होते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं। कुछ इसी तरह का ही नज़ारा ईद के मौके पर अयोध्या में देखने को मिला, जब अयोध्या के संत बाबरी मस्जिद के पूर्व मुद्देई रहे इकबाल अंसारी के घर बधाई देने पहुंचे और इकबाल अंसारी ने उनका स्वागत फूल मालाओं से किया, तो वही संतों ने उनसे गले मिलकर ईद की बधाई दी।
प्रेम और सौहार्द के त्यौहार ईद के मौके पर एक साथ दिखे दो विरोधी
राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का विवाद पूरे देश और दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय रहा है। 500 वर्षों के संघर्ष को विराम देने के बाद राम मंदिर सुखद परिणाम के साथ आकार ले चुका है, लेकिन न्यायालय में दो विरोधी पक्षकार रहे प्रेम और सौहार्द के त्यौहार ईद के मौके पर एक साथ दिखे, पूर्व बाबरी पक्षकार इकबाल अंसारी और पूर्व राम मंदिर के पक्षकार रहे धर्मदास ने ईद के मौके पर एक दूसरे को गले लगाकर बधाई दी।
'हमारा मतभेद हो सकता है लेकिन मनभेद नहीं...'
इस दौरान इकबाल अंसारी ने कहा कि गंगा-जमुना तहजीब की नगरी अयोध्या में हम लोग हर त्यौहार में शामिल होते हैं और हमारा मतभेद हो सकता है लेकिन मनभेद नहीं है। वही संत समाज ने इकबाल अंसारी को गले लगा कर उनको आशीर्वाद देते हुए ईद की बधाई दी तो संतो ने कहा कि हमारा आपस में प्रेम है और भगवान राम ने भी संदेश दिया था कि अति प्रिय मोह है यहां के वासी।