Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Jan, 2020 04:07 PM
आस्था, विश्वास और संस्कृतियों के संगम में तीर्थराज प्रयाग के माघ मेला के तीसरे सबसे बड़े स्नान पर्व “मौनी अमावस्या” पर शुक्रवार जब साधु-संत, कल्पवासी और श्रद्धालु पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी...
प्रयागराजः आस्था, विश्वास और संस्कृतियों के संगम में तीर्थराज प्रयाग के माघ मेला के तीसरे सबसे बड़े स्नान पर्व “मौनी अमावस्या” पर शुक्रवार जब साधु-संत, कल्पवासी और श्रद्धालु पतित पावनी गंगा, श्यामल यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाते समय अपने ऊपर हेलीकाॅप्टर से पुष्पवर्षा पाकर गदगद हो गए।
माघ मेला में स्नान करने दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं, साधु-संतों और एक मास का कल्पवास करने वाले कल्पवासियों पर जब पुष्प वर्षा हुई वह एक बार तो अचम्भित हुए लेकिन बाद में समझने के बाद उल्लास से भर उठे।