Edited By Ramkesh,Updated: 17 Aug, 2024 07:24 PM
राम मंदिर ट्रस्ट ने रामलला के दर्शन के लिए बढ़ती भीड़ को लेकर बड़ा फैसला लिया है। भक्तों को राम मंदिर ट्रस्ट ने बड़ी सौगात देते हुए ऑनलाइन आरती का लाइव दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है। अब देश विदेश से घर बैठे राम भक्त राम लला की सभी आरती में...
अयोध्या, ( संजीव आजाद ): राम मंदिर ट्रस्ट ने रामलला के दर्शन के लिए बढ़ती भीड़ को लेकर बड़ा फैसला लिया है। भक्तों को राम मंदिर ट्रस्ट ने बड़ी सौगात देते हुए ऑनलाइन आरती का लाइव दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है। अब देश विदेश से घर बैठे राम भक्त राम लला की सभी आरती में शामिल हो सकेंगे। इसके लिए मूवेबल रोबोटिक कैमरा के साथ कई आधुनिक कैमरे लगाए जाएंगे जिसके जरिए रामभक्त सभी आरती को लाइव देख सकेंगे।
दरअसल श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट चाहता है कि अधिक से अधिक रामभक्त ऑनलाइन राम मंदिर में होने वाली सभी आरती को देख सके। इसलिए अब प्रसार भारती की टेंडर प्रक्रिया में चयन की गई एजेंसी की तकनीकी टीम इसकी तैयारी में जुट गई है। इसके लिए एजेंसी की एक उच्च स्तरीय टीम अयोध्या पहुंच कर श्री राम जन्मभूमि मंदिर में तैयारियों को अंतिम रूप देगी। आपको बता दें कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद से राम लला की आरती का लाइव प्रसारण दूरदर्शन के द्वारा किया जा रहा था। इसमें प्रातः 6 बजे और देर शाम 10 बजे होने वाली राम लला की श्रृंगार आरती और शयन आरती को आप लाइव देख सकते थे।
मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक इस बार नई ब्राड कास्टिंग एजेंसी को टेंडर दिया गया है तो कई चीजें बदल जाएंगी। अब लाइव प्रसारण महज एक कैमरे के बजाय मूवेबल रोबोटिक कैमरा के साथ कई आधुनिक कैमरे से होगा तो वीडियो क्वालिटी के साथ आरती कई कोणों से राम भक्तों को देखने को मिलेगी। यही नहीं राम भक्तों के लिए खुशखबरी यह कि अब सभी आरती में रामभक्त ऑनलाइन रूप से शामिल हो सकेंगे या यूं कहे कि लाइव प्रसारण देख सकेंगे। मंदिर ट्रस्ट इस बात पर भी विचार हो रहा है कि श्री राम मंदिर ट्रस्ट के ऐप के जरिए भी बड़ी संख्या में राम भक्त आरती में शामिल हो सकें।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर में नित्य 6 आरती होती है। राम लला को जगाने के समय सबसे पहले सुबह 4 बजे मंगला आरती होती है। इसके बाद रामलला का श्रृंगार होता है उसके बाद प्रातः 6 बजे श्रृंगार आरती, दोपहर भोग के समय 12 बजे राजभोग आरती, इसके 2 घंटे बाद उत्थापन आरती, सायंकाल होते ही 6 बजे संध्या आरती और अंत में राम लला को सुलाते समय 10 बजे शयन आरती होती है।