Edited By Mamta Yadav,Updated: 16 Mar, 2025 04:19 PM

जिले के शिकोहाबाद में होली के दिन हुए एक दर्दनाक हादसे में एक किशोर की मौत हो गई। लोहिया गांव के पास नहर से गोताखोरों ने 16 वर्षीय किशोर का शव बरामद किया। मृतक की पहचान मक्खनपुर के नगला तुरकिया निवासी बैंकू उर्फ नीतेश के रूप में हुई। वह प्रमोद सिंह...
Firozabad News, (अरशद अली): जिले के शिकोहाबाद में होली के दिन हुए एक दर्दनाक हादसे में एक किशोर की मौत हो गई। लोहिया गांव के पास नहर से गोताखोरों ने 16 वर्षीय किशोर का शव बरामद किया। मृतक की पहचान मक्खनपुर के नगला तुरकिया निवासी बैंकू उर्फ नीतेश के रूप में हुई। वह प्रमोद सिंह एकलौता का पुत्र था।

बता दें कि थाना मक्खनपुर क्षेत्र के अंतर्गत नगला तुरकिया निवासी बैंकू उर्फ नीतेश (16) शनिवार दोपहर होली खेलने के बाद अपने गांव के ही दोस्तों सचिन (16), आकाश (15), नितिन (18) एवं रोहन (14) के साथ नहर में नहाने के लिये गांव छीछामई के पास लोहिया पुल पर दोपहर डेढ़ बजे करीब आ गया था। पाचों दोस्त नहर में नहा रहे थे। तभी अचाकन बैंकू पानी के तेजबहाव में बह गया। जब ग्रामीणों ने बच्चों को नहर में डूबता हुआ देखा, तो उन्होंने पानी में बहते जा रहे एक बच्चे को पकड़कर बाहर निकाल लिया, जबकि तीन अन्य साथी किसी तरह नहर से बाहर निकल आए। बंकू पानी के तेज बहाव में बहता चला गया। चारों बच्चे गांव में पहुंच गए, लेकिन बैंकू नहीं पहुंचा। जब उसके पिता ने गांव में आए बच्चों से पूछताछ की, तो दोपहर साढ़े तीन बजे करीब उन्हें घटना की जानकारी हुई।

घटना की जानकारी मिलने पर सीओ प्रवीण कुमार तिवारी, इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने तत्काल ही 15 बटालियन पीएसी आगरा से गोताखारों की टीम को मौके पर बुलवाकर नहर में डूबे बच्चे की तलाश शुरू करवा दी। वहीं सूचना मिलने पर उसके पिता भी मौके पर आ गए। जिनका रो-रोकर बुरा हाल है।

तीन बहनों के बीच था इकलौता भाई
नहर में डूबे बंकू के पिता प्रमोद कुमार मजदूरी करते हैं। उन्होंने बताया कि बैंकू की मां बिंदू का आठ साल पहले देहांत हो चुका है, बैंक भी आलू बीनने का काम करता है। बंकू की तीन बहनें और हैं। जिनमें सबसे बड़ी किरण (20), दूसरे नंबर की प्राची (18) एवं तीसरे नंबर की शिवानी (10) है। किरण एवं प्राची का विवाह हो चुका है। बंकू राजा का ताल स्थित गांव उसायनी में अपनी बुआ मंजू के पास रह रहा था। वह होली के त्योहार के चलते घर पर आया हुआ था। वह प्रमोद का इकलौता बेटा था।

चीख-पुकार में बदल गया खुशियों का माहौल
नहर में डूबे किशोर बैंकू के पिता प्रमोद बताते हैं कि गांव में होली की चौपाई आ रही थी। वह तिलक की तैयारी कर रहे थे। गांव में खुशियों का माहौल था, लेकिन नहर से निकलकर गांव पहुंचे अन्य बच्चों ने जब प्रमोद को बताया कि बैंकू नहर में डूब गया है, तो उसके पैरोंतले जमीन खिसक गई। खुशियों का माहौल चीख-पुकार में बदल गया। प्रमोद एवं उसकी पुत्रियों का रो-रोकर बुरा हाल है।