Edited By Mamta Yadav,Updated: 02 Jun, 2025 06:30 PM

उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में एक किसान ने सरकारी मशीनरी की उदासीनता के चलते अब इच्छा मृत्यु की मांग की है। किसान का कहना है की वह पिछले चार सालों में सरकारी मशीनरी के अलग-अलग अधिकारियों के 400 चक्कर लगा चुका है लेकिन उसकी समस्या का कोई समाधान नहीं...
Shamli News, (पंकज मलिक): उत्तर प्रदेश के शामली जनपद में एक किसान ने सरकारी मशीनरी की उदासीनता के चलते अब इच्छा मृत्यु की मांग की है। किसान का कहना है की वह पिछले चार सालों में सरकारी मशीनरी के अलग-अलग अधिकारियों के 400 चक्कर लगा चुका है लेकिन उसकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ और अब वह इतना टूट चूका है की जीना नहीं चाहता इसलिए अब उसने जिलाधिकारी से इच्छा मृत्यु की मांग की है।
लेखपाल किसान से 40,000 रुपये रिश्वत की मांग कर रहा
दरअसल, आपको बता दे की पूरा मामला शामली जनपद का है जहां शामली तहसील के गांव मलेण्डी निवासी किसान सचिन कुमार ने जिलाधिकारी को एक प्रार्थना पत्र देकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। सचिन ने बताया कि पिछले चार वर्षों से उसकी जमीन की कुर्रेबंदी का मामला लंबित है। कुर्रे भरे भी जा चुके हैं लेकिन हल्का लेखपाल उन्हें जमा नहीं कर रहा है जबकि एसडीएम द्वारा लेखपाल को कुर्रे जमा करने का आदेश भी दिया जा चुका है। सचिन का आरोप है की लेखपाल किसान से 40,000 रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है जिसमे से वह लेखपाल को पहले ही 2,500 रुपये दे चुका है और इस लेन-देन के सभी प्रमाण उसके पास मौजूद हैं। इसके बावजूद लेखपाल ने न तो कोई कार्रवाई की और न ही उसकी फाइल आगे बढ़ाई।
अब वह थक-हारकर और मानसिक रूप से टूट चूका है
सचिन ने बताया की वह लेखपाल की रिश्वत मांगने की शिकायत भी कर चुका है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। किसान का कहना है कि वह लंबे समय से प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर काट रहा है और अधिकारियों को भी इस बारे मे अवगत करा चुका लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा और अब वह थक-हारकर और मानसिक रूप से टूट चूका है। अब किसान सचिन कुमार ने जिलाधिकारी से इच्छा मृत्यु की अनुमति देने की मांग की है। उसका कहना है कि जब एक साधारण किसान को न्याय नहीं मिल सकता तो जीने का कोई औचित्य नहीं बचता।