Edited By Pooja Gill,Updated: 29 Mar, 2025 10:32 AM

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक दलित युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आरोप है कि युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई। युवती के शरीर पर कई चोटों के निशान थे और उसके कपड़े भी फटे हुए थे...
प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक दलित युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आरोप है कि युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या की गई। युवती के शरीर पर कई चोटों के निशान थे और उसके कपड़े भी फटे हुए थे। इस वारदात के मृतका के परिजन और ग्रामीण शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
जानिए पूरा मामला
दरअसल, युवती रानीगंज थाना क्षेत्र के भधारगंज की रहने वाली थी। वह मां मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में 4 साल से काम कर रही थी। उसके पिता की मौत हो चुकी है। उसकी दिव्यांग मां ने बताया बेटी गुरुवार शाम साढ़े 6 बजे साइकिल से ड्यूटी करने अस्पताल गई। रात को हॉस्पिटल से फोन आया कि अस्पताल आ जाओ। जब अस्पताल पहुंची तो कर्मचारी सुनील कुमार, विद्यासागर और शाहनवाज ने गेट पर ही मुझे रोक लिया और कहा कि तुम्हारी बेटी की मौत हो गई। कारण पूछा तो कुछ नहीं बताया और अंदर भी नहीं जाने दिया।
घर के सामने शव को छोड़कर भागे आरोपी
पीड़ित मां ने बताया कि जब वह अस्पताल से घर पहुंची तो कुछ ही देर में अस्पताल की एम्बुलेंस बेटी के शव को लेकर घर पहुंची। आरोपी शव को घर के सामने छोड़कर भागने वाले थे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया। जब बेटी का शव देखा तो शरीर के नीचले हिस्से के कपड़े गायब थे। कई जगहों पर चोट के निशान थे। उन्होंने रेप के बाद हत्या का आरोप लगाया है।
इन लोगों पर लगाया आरोप
मां का आरोप है कि अस्पताल के डॉ. अमित पांडेय, सुनील कुमार, विद्यासागर, शाहबाज और हॉस्पिटल के मालिक ने बेटी की रेप के बाद हत्या कर दी। इसमें मनोरमा देवी (दाई) भी शामिल थी। मां ने कहा कि घटना की रात में ही वह रानीगंज थाने पहुंचे। हमने डॉक्टर समेत 6 कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी।
गुस्साई भीड़ ने किया हंगामा
परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया। परिजन शव को अस्पताल के सामने रखकर प्रदर्शन करने लगे। गुस्साई भीड़ ने अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। हंगामे की सूचना पर पुलिस पहुंची तो भीड़ ने पथराव कर दिया। इसमें 12 पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। CO का सिर फट गया। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए और उनको न्याय दिया जाए।