Edited By Imran,Updated: 19 Sep, 2024 01:40 PM
उत्तर प्रदेश में अखिलेश के बयान 'मठाधीश और माफिया' को लेकर पिछले कई दिनों से जमकर सियासत किया जा रहा है। वहीं, अब अखिलेश ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि मैने किसी महंत या धर्माचार्य को कुछ नहींं कहा है। मुख्यमंत्री मठाधीश शब्द को अगर दूसरे तरह से...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अखिलेश के बयान 'मठाधीश और माफिया' को लेकर पिछले कई दिनों से जमकर सियासत किया जा रहा है। वहीं, अब अखिलेश ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि मैने किसी महंत या धर्माचार्य को कुछ नहींं कहा है। मुख्यमंत्री मठाधीश शब्द को अगर दूसरे तरह से लेते हैं तो मैं कहूंगा वो मठाधीश मुख्यमंत्री हैं।
लखनऊ में प्रेसवार्ता करते हुए अखिलेश ने प्रदेश में भेड़ियों के आतंक पर भी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार में जानवरों का आतंक प्रदेशभर में देखने को मिल रहा है। योगी जी ने विधानसभा में जानवरों और सड़क दुर्घटना को खत्म करने की बात कही थी, लेकिन अभी भी इसका समाधान नहीं हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने मांग किया है कि जानवरों की वजह से जिनकी भी जान गई है सरकार को उन्हें 10 - 10 लाख व घायलों को 1 लाख रुपए दें।
इसी बात पर हो रहा विवाद
दरअसल, प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव एक सवाल के जवाब में कहा कि था कि माफिया और मठाधीश को में कोई ज्यादा फर्क नहीं होता है। इसके बाद से हिन्दू संगठन और साधु संतों ने अखिलेश यादव के बयान की कड़ी निंदा की। धर्माचार्यों ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव का सनातन धर्म के खिलाफ ऐसे बयान देना गलत है, अगर अखिलेश की जुबान भी फिसल गई तो अपने बयान पर समय रहते क्षमा मांग लें, अखिलेश यादव के ऐसे बयान माफियाओं को बढ़ावा दे रहे हैं साथ ही हिन्दू धर्म को कमजोर कर रहे हैं।