Edited By Ramkesh,Updated: 14 Oct, 2024 05:35 PM
जिले में रविवार को हुई हिंसा के बाद सोमवार को तनाव की स्थिति है वहीं इस घटना को लेकर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने युवक की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने यूपी कानून...
बहराइच: जिले में रविवार को हुई हिंसा के बाद सोमवार को तनाव की स्थिति है वहीं इस घटना को लेकर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने युवक की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने यूपी कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया है। अखिलेश यादव ने सभी से अपील करते हुए कहा कि कानून का सब पालन करें। सरकार को न्याय करना चाहिए चौकी इंचार्ज को हटाने से सिर्फ कुछ होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस रास्ते से जुलूस निकल रहा था तो क्या वहां पर पुलिस प्रशासन मौजूद रहा या नहीं, इस सब बात का भी सरकार को ध्यान में रखना चाहिए था। लेकिन कही नहीं कुछ चूक हुई है जिससे ये घटना घटी।
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान भड़की हिंसा
आप को बता दें कि एक दिन पहले यहां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। पुलिस ने रविवार को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के गुजरने के दौरान मंसूर गांव के महाराजगंज इलाके में भड़की अशांति के सिलसिले में एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया है और करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। पथराव और गोलीबारी में करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। हिंसा के विरोध में कई जगहों पर लाठियां तथा लोहे की छड़ें लिए कुछ लोग सड़कों पर घूमते दिखे। कुछ दुकानों और वाहनों में आग भी लगाई गई। पुलिस बलों ने इलाके में फ्लैग मार्च किया। कुछ दुकानों, घरों और वाहनों में आग लगने से आसमान में काला धुआं उठ रहा था। अधिकारियों ने बताया कि गृह सचिव संजीव गुप्ता और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं।
शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी: केशव प्रसाद मौर्य
बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ला ने वीडियो को बताया, ‘‘स्थिति सामान्य करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं और असामाजिक तत्वों को खदेड़ा जा रहा है।'' हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोई भी साजिश सफल नहीं होगी। दंगाइयों को संरक्षण देने वाले एक बार फिर सक्रिय हो रहे हैं, लेकिन हमें सतर्क और सजग रहना होगा।
बहराइच हिंसा में प्रशासन की निष्क्रियता बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण: प्रियंका
उन्होंने हिंदी में किए गए अपने पोस्ट में कहा ‘‘प्रदेश के उज्ज्वल भविष्य के साथ छेड़छाड़ नहीं होने दी जाएगी।'' मौर्य ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी और पीड़ितों को पूरा न्याय मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी नागरिकों से शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करता हूं।'' कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने ‘एक्स' पर हिंदी में किए गए एक पोस्ट में कहा ‘‘उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा की खबर और प्रशासन की निष्क्रियता बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य के मुख्यमंत्री और राज्य प्रशासन से तत्काल कार्रवाई करने, जनता को विश्वास में लेने और हिंसा को रोकने की अपील करती हूं। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। मेरी जनता से विनम्र अपील है कि कृपया कानून को अपने हाथ में न लें।'' इससे पहले, दिन में शुक्ला ने कहा कि 25 से 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है और प्रभावित इलाकों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
अराजक तत्वों की पहचान कर होगी कार्रवाई
उन्होंने कहा कि पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। शुक्ला ने कहा, ‘‘सभी अराजक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'' एसपी ने बताया कि सलमान नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, उसके घर से गोलियां चलाई गईं। घर पर ही वह एक दुकान चलाता है। उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। बहराइच की जिला मजिस्ट्रेट मोनिका रानी ने बताया कि मूर्ति विसर्जन के दौरान विवाद हुआ था। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को गोली लगने के बाद स्थिति बिगड़ गई और घटना को देखते हुए कई जगहों पर मूर्ति विसर्जन रोक दिया गया।
मृतक की चार महीने पहले हुई थी शादी
महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा, ‘‘हम मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। चार महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। मृतक के परिवार के सदस्यों की मांग है कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। एसएचओ और पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित किया जाना चाहिए।'' रविवार को हुई हिंसा की शुरुआत देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान लाउडस्पीकर से संगीत बजाने को लेकर विवाद के कारण हुई। रेहुआ मंसूर गांव के राम गोपाल मिश्रा जुलूस में थे, तभी उन्हें गोली लग गई। मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया।
थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज को सस्पेंड
हिंसा में शामिल अब तक करीब 30 दंगाई हिरासत में लिए जा चुके हैं। थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है। शांति व्यवस्था को बनाए सखने के लिए घटनास्थल भारी पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। महसी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा, "हम मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। चार महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। मृतक के परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए तथा एसएचओ और पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित किया जाए।" उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने पर्याप्त इंतजाम कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराने तथा धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश प्रशासन को निर्देश दिये।
प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं की बंद
बहराइच में बढ़ती हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। यहां हालातों को काबू करने की कोशिश जारी है, भारी संख्या में पुलिस बल सड़कों पर मौजूद है। लखनऊ से STF के चीफ अमिताभ यश बहराइच पहुंच गए हैं। वो खुद हाथ में पिस्टल लेकर दंगाइयों को दौड़ाते देखें गए। बहराइच पुलिस के मुताबिक अब स्थित नियंत्रण में है। डोन कैमरे से उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है।