Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 19 Oct, 2022 03:48 PM

मंगलवार की सुबह मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र में भीमकुंड गंगा में हुए नाव हादसे में डूबे शिक्षक का कोई पता नहीं चला था। बुधवार की सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर सर्च अभियान चलाया गया। लगभग 5 घंटे....
मेरठ: मंगलवार की सुबह मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र में भीमकुंड गंगा में हुए नाव हादसे में डूबे शिक्षक का कोई पता नहीं चला था। बुधवार की सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर सर्च अभियान चलाया गया। लगभग 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टीम को अपने काम में सफलता हासिल हुई। पीएससी की फ्लड कंपनी और एसडीआरएफ की टीम दोपहर 12 बजे तक गंगा में डूबे व्यक्ति तलाश में जुटी रही।
जानकारी के अनुसार प्रशासन द्वारा अभी तक मिले आंकड़ों के मुताबिक नाव में 15 लोग सवार थे। जिनमें से 13 लोगों को सही सलामत बचा लिया गया था। वहीं नाव हादसे में मोनू शर्मा की मौत हो गई थी। बिजनौर के जलीलपुर ब्लॉक में शिक्षक महेश चंद पुत्र बलवंत लापता थे। उनकी तलाश में बुधवार सुबह 7:30 बजे एसडीएम अखिलेश यादव की मौजूदगी में सर्च अभियान चलाया गया। जिसमें पीएससी की फ्लड कंपनी और एसडीआरएफ की टीम दोपहर 12 बजे तक लगी रही। लगभग 5 घंटे तक चले सर्च अभियान के बाद शिक्षक का शव बरामद कर लिया गया। बेटे का शव देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटनास्थल पर लापता महेश चंद के घरवाले और रिश्तेदार सुबह से उनकी तलाश में गंगा किनारे बैठे हुए थे।
बताया जा रहा है कि प्रशासन की लापरवाही से भीकुंड गांव के पास गंगा नदी में मंगलवार सुबह एक नाव हादसे का शिकार हो गई। जहां अवैध रूप से संचालित नाव 15 लोगों को लेकर मझदार में पुल के पिलर से टकरा गई। नाव के क्षतिग्रस्त होने से उसमें पानी भर गया और वह पलट गई। जिससे उसमें सवार एक महिला व दो नाविकों सहित 15 लोग डूब गए थे। वहीं मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों की मदद से 13 लोगों को सही सलामत बचा लिया गया था।