Edited By Ajay kumar,Updated: 04 May, 2024 04:13 PM
पाकिस्तान के 35 जिलों के रामनगरी आए 235 रामभक्तों ने शुक्रवार को रामलला का दर्शन पूजन किया। छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर सांई डॉ. युधिष्ठिर लाल के सानिध्य में आए दल ने राममंदिर के साथ-साथ सरयू स्नान, हनुमान गढ़ी, कनक भवन,...
अयोध्या : पाकिस्तान के 35 जिलों के रामनगरी आए 235 रामभक्तों ने शुक्रवार को रामलला का दर्शन पूजन किया। छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर सांई डॉ. युधिष्ठिर लाल के सानिध्य में आए दल ने राममंदिर के साथ-साथ सरयू स्नान, हनुमान गढ़ी, कनक भवन, भरतकुंड स्थित तपोस्थली आदि प्राचीन मंदिरों का दर्शन पूजन किया।
पाकिस्तान में रह रहे सिंधी समाज और हिंदुओं की आस्था
हैदराबाद के श्रद्धालु चंद्रराम का कहना है कि यहां आकर बहुत अच्छा लगा। सुबह हम सभी ने भरत की तपोस्थली का दर्शन किया। गुप्तारघाट पर भी पूजन-अर्चन किया। रामलला के दर्शन शब्दों में वर्णन करना बहुत कठिन है।अन्य श्रद्धालुओं का कहना था कि पाकिस्तान में रह रहे सिंधी समाज और हिंदुओं की आस्था अयोध्या को लेकर हमेशा रही है।
डॉ. अशोक कुमार का कहना है पाकिस्तान से आए
पाकिस्तान से आए डॉ. अशोक कुमार का कहना है की हम यहां से जो भावना लेकर जा रहे हैं, उसे व्यक्त करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं है। प्रेरणा का कहना है की पाकिस्तान से यहां तक की यात्रा बहुत ही अच्छी रही है। हम सभी ने यहां दर्शन पूजन किया है। सिंधी समाज के प्रवक्ता ओमप्रकाश ओमी ने बताया कि जत्थे मे पाकिस्तान देश बरा श्रीराम से रही। जिसमें जरवार, मीरपुर, से कराची, लाहौर, सक्खर, घोटकी, हैदराबाद आदि सहित कई शहरों के श्रद्धालु शामिल रहे। सबसे अधिक संख्या सिंध प्रांत के आठ जिलों खानपुर, चुंडकों, शहजादपुर, पनो आकील, बैजी, मैसरा, भैलारी, कन्धकोट, पीतापिन, रेहणकी, चिचड़ा आदि इलाके शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह पहला अवसर है कि राममंदिर निर्माण के बाद इतनी बड़ी संख्या में पाकिस्तान के सिंधी हिंदू समाज के लोग अयोध्या दर्शन के लिए आए हैं।