Edited By Ramkesh,Updated: 27 Apr, 2024 06:58 PM
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक मई को अयोध्या दौरे पर रहेंगी। रामलला का दर्शन करेंगीं। हनुमानगढ़ी भी जाएंगी। शाम को सरयू आरती में भी शामिल हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों ने अयोध्या प्रशासन से इसे लेकर संर्पक किया है। ऐसी...
अयोध्या: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू एक मई को अयोध्या दौरे पर रहेंगी। रामलला का दर्शन करेंगीं। हनुमानगढ़ी भी जाएंगी। शाम को सरयू आरती में भी शामिल हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति भवन के अधिकारियों ने अयोध्या प्रशासन से इसे लेकर संर्पक किया है। ऐसी संभावना है कि राष्ट्रपति भगवान राम का दर्शन पूजन के बाद दिल्ली को रवाना होगी।
आप को बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए राष्ट्रपति को अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और आरएसएस नेता राम लाल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का निमंत्रण दिया था। इस उन्होंने आभार जताया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और देश भर से हजारों साधु-संतों ने उद्घाटन समारोह हिस्सा लिया था।
गौरतलब है कि रामनवमी के बाद श्रीराम मंदिर निर्माण की गति तीव्र हुई है। प्रथम तल का शेष कार्य पूर्ण होने के बाद अब द्वितीय तल का निर्माण शुरू हो गया। पहले चरण में स्तंभ खड़े किए जाएंगे। ये स्तंभ सात भाग में होंगे, जो प्रथम तल के गूढ़ मंडप के ऊपरी हिस्से पर आकार लेंगे। मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी। कुल 392 स्तंभ बनने हैं। भूतल पर 166, प्रथम तल पर 142 स्तंभ बनाए गए हैं। अब द्वितीय तल पर 84 स्तंभ बनाए जाने हैं। एलएंडटी के प्रोजेक्ट निदेशक वीके मेहता ने बताया कि दिसंबर, 2024 तक मंदिर पूर्ण रूप से निर्मित करने का लक्ष्य है।