Edited By Anil Kapoor,Updated: 18 Jun, 2025 07:35 AM

Kaushambi News: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को सोमवार 17 जून 2025 को एक बड़ी कामयाबी मिली।एसटीएफ ने एक लाख रुपए के इनामी अपराधी आयुष पांडे को गिरफ्तार कर लिया। वह गैंगस्टर एक्ट के मामले में वांछित था और मऊ जिले के बभनपुरा गांव......
Kaushambi News: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को सोमवार 17 जून 2025 को एक बड़ी कामयाबी मिली।एसटीएफ ने एक लाख रुपए के इनामी अपराधी आयुष पांडे को गिरफ्तार कर लिया। वह गैंगस्टर एक्ट के मामले में वांछित था और मऊ जिले के बभनपुरा गांव का रहने वाला है।
कहां और कैसे हुई गिरफ्तारी?
एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि आयुष पांडे कौशांबी जिले के मंझनपुर थाना क्षेत्र में स्थित करवरिया शुगर मिल के सामने किसी वाहन का इंतजार कर रहा है और भागने की फिराक में है। सूचना मिलते ही टीम ने तेजी से घेराबंदी कर दोपहर करीब 1:15 बजे उसे पकड़ लिया। गिरफ्तारी के समय उसके पास से 2150 रुपए नकद भी बरामद हुए।
कौन है आयुष पांडे?
आयुष पांडे 2024 में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के एक मामले में फरार चल रहा था। मंझनपुर थाने में उसके खिलाफ केस दर्ज था और पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए एक लाख का इनाम घोषित किया था। गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ ने जब उससे पूछताछ की, तो उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए।
पेपर लीक गिरोह से भी है कनेक्शन
आयुष ने बताया कि वह प्रयागराज में कोचिंग सेंटर चलाता था। वहीं उसकी मुलाकात एक दूसरे कोचिंग संचालक नवीन सिंह से हुई। नवीन के माध्यम से उसे साल 2022 की आरओ/एआरओ परीक्षा का प्रश्नपत्र मिला था। यह पेपर अरुण सिंह नामक व्यक्ति से मिला था और उसे 5 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी के हिसाब से कई छात्रों तक पहुंचाया गया था। यानी आयुष सिर्फ एक अपराधी ही नहीं, बल्कि शिक्षा माफिया गैंग का भी हिस्सा रहा है।
आयुष पर दर्ज हैं कई गंभीर धाराएं
उसके खिलाफ 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनमें शामिल हैं धोखाधड़ी (IPC 420), जालसाजी (IPC 467, 468, 471), आईटी एक्ट, पब्लिक एग्जामिनेशन एक्ट, गैंगस्टर एक्ट।गिरफ्तारी के बाद आयुष पांडे को गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया है। आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।