Edited By Anil Kapoor,Updated: 21 Jun, 2024 09:16 AM
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक 20 वर्षीय युवक ने आरोप लगाया है कि स्थानीय अस्पताल में उसकी सहमति के बिना उसका लिंग परिवर्तन ऑपरेशन किया गया। हालांकि,...
Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। जहां एक 20 वर्षीय युवक ने आरोप लगाया है कि स्थानीय अस्पताल में उसकी सहमति के बिना उसका लिंग परिवर्तन ऑपरेशन किया गया। हालांकि, अस्पताल ने दावा किया है कि युवक ने अपनी मर्जी से लिंग परिवर्तन प्रक्रिया करवाई।
जानिए, क्या है पूरा मामला?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 20 वर्षीय युवक ने दावा किया कि ओम प्रकाश नामक एक व्यक्ति उसके साथ छेड़छाड़ करता था। 3 जून को ओम प्रकाश उसे अस्पताल ले गया, जहां उसे बेहोश कर दिया गया और धोखे से ऑपरेशन करने के लिए मजबूर किया गया। जब वह अगली सुबह उठा, तो उसने पाया कि उसके जननांग कटे हुए थे। पीड़ित युवक ने कहा कि जब मैं होश में आया तो ओम प्रकाश ने मुझसे कहा कि मैं अब एक महिला हूँ और वह मुझे शादी के लिए लखनऊ ले जाएगा। उसने धमकी दी कि अगर मैंने विरोध किया तो वह मेरे पिता को मार देगा," उसने आगे कहा कि अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी ओम प्रकाश के साथ मिलीभगत कर रहे थे।
पिता की शिकायत के आधार पर ओम प्रकाश को कर लिया गया गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि 16 जून को व्यक्ति के पिता की शिकायत के आधार पर पुलिस ने ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने पुलिस जांच में ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। किसान नेता श्याम पाल के अनुसार, अस्पताल के डॉक्टर अवैध अंग व्यापार में शामिल थे। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यहां एक बहुत बड़ा रैकेट चल रहा है, जहां वे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को निकाल कर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचते हैं। पाल ने सरकार से अस्पताल को व्यक्ति और उसके परिवार को 2 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का निर्देश देने की भी मांग की।
जानिए, क्या कहना है मुजफ्फरनगर के खतौली थाने के सर्किल ऑफिसर रामाशीष सिंह का?
मुजफ्फरनगर के खतौली थाने के सर्किल ऑफिसर रामाशीष सिंह ने बताया कि यहां एक मामला आया था, जिसमें एक व्यक्ति का लिंग परिवर्तन ऑपरेशन किया गया था। उसके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उसे किसी अन्य व्यक्ति ने गुमराह किया और ऑपरेशन किया गया। उनके द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को ध्यान में रखा गया है। आगे की जांच जारी है।" हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने व्यक्ति के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसका धोखे से ऑपरेशन किया गया था। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कीर्ति गोस्वामी के अनुसार, व्यक्ति पिछले दो महीनों से नियमित रूप से प्लास्टिक सर्जन रजा फारूकी से मिलने अस्पताल आ रहा था। गोस्वामी ने बताया कि व्यक्ति ने खुद को महिला बताया और वह लिंग परिवर्तन सर्जरी करवाना चाहता था।
जानिए, क्या कहना है मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का?
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि फारूकी ने व्यक्ति की मानसिक स्थिति का आकलन करने के लिए उसे दो मनोचिकित्सकों के पास भेजा, जो कानून के अनुसार लिंग परिवर्तन ऑपरेशन से पहले एक शर्त है। व्यक्ति का ऑपरेशन तभी किया गया, जब दो मनोचिकित्सकों ने उसे मानसिक रूप से स्वस्थ पाया। गोस्वामी ने कहा कि वह व्यक्ति 4 जून को यहां भर्ती होने आया था और उसका ऑपरेशन 6 जून को किया गया। ये सभी प्रक्रियाएं कानूनी हैं और फारूकी की देखरेख में की गईं। गोस्वामी ने यह भी दावा किया कि अधिकारियों के पास ऑपरेशन से पहले उस व्यक्ति का एक वीडियो था, जिसमें उसे अपना लिंग बदलने के लिए ऑपरेशन करवाने की बात करते हुए देखा जा सकता है।