Edited By Ajay kumar,Updated: 17 Sep, 2023 03:47 PM

आतंकी हमले का दंश झेल चुका राम जन्मभूमि परिसर अभेद्य सुरक्षा कवच में जकड़ा जाएगा। सीआईएसएफ समेत तमाम शीर्ष सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के साथ कई दौर की मंत्रणा के बाद सुरक्षा का फुलप्रूफ खाका तैयार कर इसके क्रियान्वयन की कवायद शुरू हो गई है।
अयोध्या: आतंकी हमले का दंश झेल चुका राम जन्मभूमि परिसर अभेद्य सुरक्षा कवच में जकड़ा जाएगा। सीआईएसएफ समेत तमाम शीर्ष सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के साथ कई दौर की मंत्रणा के बाद सुरक्षा का फुलप्रूफ खाका तैयार कर इसके क्रियान्वयन की कवायद शुरू हो गई है।

ड्रोन, मोटरबोट और लगेंगे अत्याधुनिक उपकरण
सीआरपीएफ, पीएसी और सिविल पुलिस के त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे और केंद्रीय व स्थानीय खुफिया एजेंसियों की निगरानी में जकड़े इस परिसर और राम मंदिर की जल, थल और नभ से निगरानी होगी। हवाई निगरानी और सुरक्षा के लिए ड्रोन, जलीय निगरानी के लिए सरयू में मोटरबोट व जमीनी सुरक्षा व निगरानी के लिए विशेष सुरक्षा बल के साथ बुलेटप्रूफ वाहन और उच्च तकनीकि के अत्याधुनिक उपकरण और संसाधन लगाए जाएंगे।
समेकित सुरक्षा योजना 2023 को मिली हरी झंडी
शासन ने श्रीराम मंदिर और संबंधित प्रतिष्ठानों के लिए समेकित सुरक्षा योजना 2023 को हरी झंडी दे दी है। दो दिन पूर्व एडीजी सुरक्षा की अध्यक्षता में संपन्न रामजन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समन्वय समिति की बैठक में सुरक्षा योजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। योजना को धरातल पर उतारने के लिए अधिकारियों ने स्थलीय जायजा भी लिया। सुरक्षा से जुड़ा मामला होने के जिम्मेदार आधिकारिक तौर पर ज्यादा कुछ बताने से परहेज कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा से जुड़े एक उच्च पदस्थ अधिकारी का कहना है कि समेकित सुरक्षा योजना 2023 को आवश्यकता व परिस्थिति के मुताबिक विभिन्न चरणों में संपादित किया जाना है। राम मंदिर निर्माण के साथ ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों की तादात में गुणात्मक वृद्धि हुई है। राम मंदिर का अगले वर्ष जनवरी माह में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम प्रस्तावित है।