Edited By Pardeep,Updated: 08 Jul, 2020 12:41 AM
कानपुर हत्याकांड की जांच कर रहे एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव त्रिपाठी को सरकार ने हटाकर पीएसी भेज दिया है। हत्याकांड में शहीद हुए डीएसपी देवेंद्र का एक खत सामने आया था। यह खत तत्काोकानपुर के बिकरु गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद सवालों के...
कानपुरः कानपुर के बिकरु गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद सवालों के घेरे में आए चौबेपुर पुलिस थाने में तैनात सभी 68 पुलिसकर्मियों को मंगलवार रात लाइन हाजिर कर दिया गया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि सब इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल समेत 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने का यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि बिकरू कांड के बाद उनकी कर्तव्यनिष्ठा संदेह के घेरे में आ गई थी। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर विकास दुबे को बचाने में चौबेपुर थाने के निरीक्षक विनय तिवारी तथा अन्य पुलिसकर्मियों की संलिप्तता के आरोप लगने के बाद इसकी जांच के आदेश दिए गए थे।
शुरुआती जांच में यह पाया गया कि थाने में तैनात कई पुलिस उपनिरीक्षक, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल बदमाश विकास दुबे की हिमायत कर रहे थे। प्रवक्ता ने बताया कि थाने में तैनात सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है और उनके खिलाफ विस्तृत जांच की जा रही है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि दो-तीन जुलाई की बीच रात को गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बिकरू गांव में दुबे के गुर्गों ने घात लगाकर हमला किया था जिसमें बिल्हौर के पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे।
फरीदाबाद में छापेमरी
वहीं, विकास दुबे की तलाश में पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इसी कड़ी में फरीदाबाद पुलिस ने आज एक होटल में छापेमारी की। फरीदाबाद पुलिस को एक होटल में विकास दुबे के छुपे होने का इनपुट मिला, जिसके बाद वहां पर छापेमारी की गई। वहां विकास दुबे नहीं मिला। मगर फरीदाबाद पुलिस ने विकास दुबे के एक साथी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आशंका है कि वहां विकास दुबे भी मौजूद था।