Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 18 Nov, 2020 12:25 PM
लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुरुआत बुधवार को नहाय-खाय के साथ हो गई और 21 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा सम्पन्न होगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में छठ पर्व पारंपरिक तरीके से ही...
लखनऊः लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुरुआत बुधवार को नहाय-खाय के साथ हो गई और 21 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा सम्पन्न होगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में छठ पर्व पारंपरिक तरीके से ही मनाया जाएगा। साथ ही सीएम योगी ने कोरोना को लेकर सावधानी बरतने के भी निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था के साथ ही प्रकृति के प्रति हमारी भावनाओं को उजागर करता है। पूरी सात्विकता और आत्मिक शुद्धि के साथ मनाया जाने वाला यह पर्व सामाजिक समरसता का त्योहार भी है। सीएम योगी ने कहा कि छठ पर्व सामूहिक रूप से संपन्न किया जाता है। इसके दृष्टिगत जनपद स्तर पर समीक्षा करते हुए संक्रमण के नियंत्रण के प्रभावी उपाय सुनिश्चित किए जाएं तथा छठ पूजा के पश्चात पूजा स्थल की स्वच्छता बनाए रखने पर भी पूरा ध्यान दिया जाए। सीएम ने छठ पर्व के दृष्टिगत घाटों की साफ-सफाई सहित सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि सीएम योगी ने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर हुई बैठक में छठ पर्व के आयोजन के संबंध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि वर्तमान कोविड काल में पर्वों व त्योहारों के दौरान व्यापक सावधानी बरतना आवश्यक है। छठ पूजा का पर्व पारंपरिक रूप से मनाने साथ-साथ कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने क लिए कुछ निर्देशों का पालन किया जाए।
छठ महापर्व के लिए जारी प्रमुख निर्देश
- महिलाओं को प्रेरित किया जाए कि वे यथा संभव घर ही पर्व मनाएं या घर के पास ही मनाएं।
- नदी, तालाब के किनारे पारंपरिक स्थान पर पहले की तरह नगर निगम, जिला प्रशसन द्वारा अर्घ्य देने की व्यवस्था करे।
- साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाए।
- नदी, तालाबों के किनारे प्रकाश व्यवस्था और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जाए।
- घाटों पर महिलाओं के लिए चेंजरूम की व्यवस्था हो।
- चिकित्सकों के साथ एंबुलेंस पूजा स्थल पर तैनात हो।
- घाटों में पानी के बहाव की व्यवस्था की जाए ताकि लोग गहरे पानी में न जाएं. बैरिकेडिंग लगाएं।
- सीसीटीवी से निगरानी की व्यवस्था करें।