Edited By Jagdev Singh,Updated: 10 Aug, 2019 03:46 PM
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मौजूदा दौर में भूगर्भ जल के दोहन पर चिंता व्यक्त करते हुए जल संरक्षण को आंदोलन बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भूगर्भ जल का दोहन हो रहा है और जल स्तर नीचे गिर रहा है, इससे सिंचाई की लागत बढ़ती जा रही...
रांची: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मौजूदा दौर में भूगर्भ जल के दोहन पर चिंता व्यक्त करते हुए जल संरक्षण को आंदोलन बनाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भूगर्भ जल का दोहन हो रहा है और जल स्तर नीचे गिर रहा है, इससे सिंचाई की लागत बढ़ती जा रही है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जल संरक्षण के लिए आंदोलन चलना चाहिए और वर्षा जल संरक्षण के लिए भी काम करना चाहिए।
राजधानी रांची में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना की शुरुआत करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार किसानों को मजबूत बनाने के लिए कई काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बिना किसान को विकसित किए हुए राज्य और देश का विकास संभव नहीं है। किसानों के लिए शुरू की गई इस योजना समेत राज्य सरकार की अन्य योजनाओं के लिए उन्होंने बकायदा राज्य सरकार की पीठ थपथपाई। इस मौके पर 13 लाख 60 हजार 380 किसानों के खाते में 442 करोड़ रुपये डीबीटी किए गए।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि केंद्र सरकार ने धान और अन्य पर समर्थन मूल्य 1,815 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है. अब राज्य सरकार भी उस पर 185 प्रति क्विंटल बोनस देने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि एक-दो महीने में इस पर भी फैसला हो जाएगा. इस तरह कुल 2 हजार रुपये प्रति क्विंटल अनाज राज्य सरकार किसान से खरीदेगी।