Edited By Jagdev Singh,Updated: 11 Sep, 2019 04:06 PM
झारखंड विकास मोर्चा(झाविमो) केंद्र एवं रघुवर सरकार द्वारा संशोधित मोटर व्हीकल कानून लागू करने के खिलाफ मुखर हो गया है। झाविमो ने बुधवार को इसके खिलाफ रांची में विरोध मार्च निकाला। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी भी मार्च...
रांची: झारखंड विकास मोर्चा(झाविमो) केंद्र एवं रघुवर सरकार द्वारा संशोधित मोटर व्हीकल कानून लागू करने के खिलाफ मुखर हो गया है। झाविमो ने बुधवार को इसके खिलाफ रांची में विरोध मार्च निकाला। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी भी मार्च में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीजेपी को बहुमत मिलने के बाद सोच बदल गई है।
वहीं बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोई भी कानून बनता है, जो आम लोगों के जीवन को प्रभावित करता है तो उसपर बहस होती है। लोगों को पहले जागरूक किया जाता है, सहमति ली जाती है। संशोधित मोटर व्हीकल कानून पर ऐसा कुछ नहीं किया गया। इससे स्पष्ट है कि बीजेपी जनता के दर्द को समझ नहीं रही है। पहले तो इन्होंने नोटबंदी कर लोगों की तिजोरी से पैसे निकाले। फिर जीएसटी लगाकर छोटे बिजनेसमैन के खाते से पैसे निकाले और अब मोटर व्हीकल कानून के तहत जुर्माना बढ़ा दिया।
वहीं बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बीजेपी ने झारखंड को चारागाह बना दिया है। खान-खनीज उन्होंने लूटा ही है, जमीन भी लूट रहे हैं। अब जब लोग मजदूरी करके जेब में पैसा इकट्ठा कर रहे थे और सेकेंड हैंड गाड़ी खरीदकर अपना शौक पूरा कर रहे थे। उसे भी पकड़ कर तरह-तरह के आरोप लगा उनकी जेब से पैसे निकाल रही हैं। उन्होंने कहा कि आए दिन खबरें आ रही हैं कि जितने कीमत के स्कूटर और मोटरसाइकिल नहीं, काले कानून के हिसाब से उससे ज्यादा सरकार वसूल रही है। इसलिए झाविमो ने विरोध प्रकट किया है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमलोगों ने मांग की है कि इस कानून को सरकार वापस लें। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो आगे और बड़े आंदोलन किए जाएंगे। क्योंकि इस राज्य की गरीब जनता को हमें राहत देना था। देश के कई राज्यों ने इसे लागू नहीं किया। यहां तक कि बीजेपी शासित गुजरात ने भी जुर्माना आधा कर दिया। वहीं इससे पूर्व सभी कार्यकर्ता मोरहाबादी मैदान में जुटे। इसके बाद वहां से विरोध मार्च निकाला गया, जो अलबर्ट एक्का चौक तक गया। सभी जिलों में जिला एवं महानगर इकाई इसके खिलाफ विरोध मार्च आयोजित किया था।