Edited By prachi,Updated: 18 Jul, 2019 05:25 PM
आरएसएस सहित 19 संगठनों के सदस्यों की जांच वाले पत्र को लेकर मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक तरफ बीजेपी इस खत को लेकर बिहार सरकार पर हमला बोल रही वहीं दूसरी तरफ भाजपा के विधायक ने ही इस खत को फर्जी करार दे दिया है। विनोद सिंह ने कहा कि...
पटनाः आरएसएस सहित 19 संगठनों के सदस्यों की जांच वाले पत्र को लेकर मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक तरफ बीजेपी इस खत को लेकर बिहार सरकार पर हमला बोल रही वहीं दूसरी तरफ भाजपा के विधायक ने ही इस खत को फर्जी करार दे दिया है।
विनोद सिंह ने कहा कि जिस खत को लेकर इतना हंगामा मच रहा है वह फर्जी है। उन्होंने कहा कि यह फेसबुक लेटर है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है। विनोद सिंह ने कहा कि यह गोपनीय लेटर कैसे लीक हुआ सरकार इस मामले की जांच करवा रही है।
बता दें कि बीते 28 मई को बिहार सरकार द्वारा एक पत्र जारी कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सहित 19 विभिन्न संगठनों के सदस्यों के बारे में जांच करवाने के आदेश दिए थे। एक हफ्ते के अंदर इस चिट्ठी का जवाब भी मांगा गया। इस मामले को लेकर भाजपा नीतीश सरकार पर हमलावर हो गई है।
वहीं इस पर एडीजी (स्पेशल ब्रांच) जेएस गंगवार ने कहा है कि इस मामले में पुलिस विभाग, पुलिस मुख्यालय या सरकार को कोई जानकारी नहीं है। आरएसएस नेताओं पर खतरा था इसलिए पत्र भेजा गया। पत्र की जांच की गई है और यह पुलिस अधीक्षक के स्तर पर भेजा गया है। वहीं इस मामले पर गृह विभाग ने स्पेशल ब्रांच से स्पष्टीकरण मांगा है।