Edited By Deepika Rajput,Updated: 22 Jul, 2019 02:04 PM
बिहार विधानसभा में सोमवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने छपरा मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया, जिसके कारण सभा की कार्यवाही निर्धारित समय से पूर्व ही स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे शुरू होते ही भारत की कम्युनिस्ट पार्टी...
पटनाः बिहार विधानसभा में सोमवार को विपक्षी दलों के सदस्यों ने छपरा मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर जमकर हंगामा किया, जिसके कारण सभा की कार्यवाही निर्धारित समय से पूर्व ही स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा की कार्यवाही 11 बजे शुरू होते ही भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) के सत्यदेव राम ने मॉब लिंचिंग का मामला उठाने की कोशिश की। सभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने इसकी इजाजत नहीं दी और कहा कि तय समय पर इस मामले को उठाएं। अभी प्रश्नकाल चलने दें।
इस पर राजद के ललित कुमार यादव ने सभाध्यक्ष चौधरी से उनकी बातें सुन लेने का आग्रह करते हुए कहा कि मॉब लिंचिंग का मामला बेहद गंभीर है। यदि आप इस बात की गंभीरता को समझते हैं तो इसे समय पर उठाना उपयुक्त होगा। अभी प्रश्नकाल का समय है इसे बर्बाद ना करें। राजद के भाई वीरेंद्र ने कहा कि सदस्य सिर्फ प्रश्न के लिए सदन में नहीं आते हैं। यह मामला गंभीर है, इस पर सदन में तुरंत चर्चा होनी चाहिए। इस पर सभा अध्यक्ष ने कहा कि किसी ने नहीं कहा है कि सदस्य सिर्फ प्रश्न पूछने के लिए सदन में आते हैं। सदन में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होती है, लेकिन पिछले दिनों ही विधि-व्यवस्था पर 3 घंटे चर्चा हुई थी। राजद के शिवचंद्र राम और समीर कुमार महासेठ तथा कांग्रेस के अवधेश कुमार सिंह के साथ विपक्ष के अन्य सदस्य मॉब लिंचिंग के मामले पर सदन में चर्चा कराने की मांग को लेकर सदन के बीच में आ गए और शोरगुल करने लगे।
विपक्षी सदस्य ‘मॉब लिंचिंग पर रोक लगाओ, छपरा मॉब लिंचिंग मामले की सीबीआई से जांच कराओ' के नारे लगा रहे थे। शोरगुल के बीच ही संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार सभी सदस्यों को अपनी बात कहने का पर्याप्त मौका दे रही है और सरकार भी हर बात का जवाब देने के लिए तैयार है। इसके बावजूद विपक्ष के सदस्य जानबूझकर सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शून्यकाल में भी महत्वपूर्ण विषयों को कई सदस्य उठाने वाले हैं, लेकिन विपक्ष के सदस्य हंगामा कर सदन को चलने नहीं देना चाहते हैं। सभाध्यक्ष चौधरी ने सदन को अव्यवस्थित देख सभा की कार्यवाही 12:07 मिनट पर स्थगित कर दी। हंगामे के कारण शून्यकाल और ध्यानाकर्षण नहीं हो सका।
गौरतलब है कि सारण जिले में बनियापुर थाना क्षेत्र के पिठौरी नंदलाल टोला में इस वर्ष 18 जुलाई की देर रात मवेशी चोरी के आरोप में ग्रामीणों ने 3 लोगों की जमकर पिटाई कर दी, जिससे दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक अन्य ने अस्पताल ले जाने के क्रम में दम तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कारर्वाई करते हुए 8 नामजद अभियुक्तों में से सात को 19 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था।