Edited By Mamta Yadav,Updated: 12 Jun, 2025 05:22 PM

लखनऊ के एक निजी होटल में पहुंचे अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का 9 छोटे-छोटे दलों ने जोरदार स्वागत किया। बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओ ने भी स्वामी के साथ कंधे से कन्धा मिलकर चलने का भरोसा...
Lucknow News, (अनिल सैनी): लखनऊ के एक निजी होटल में पहुंचे अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का 9 छोटे-छोटे दलों ने जोरदार स्वागत किया। बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओ ने भी स्वामी के साथ कंधे से कन्धा मिलकर चलने का भरोसा दिलाया। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने 9 छोटे.छोटे दलों को मिलाकर लोक मोर्चा बनाया। इस दौरान मौर्य ने वहां आये सभी छोटे दलों के नेताओ का आभार जताया। उत्तर प्रदेश की सियासत में अपनी खोई राजनैतिक विरासत को वापस पाने और प्रदेश की जनता को तीसरा विकल्प भी बनाया।

मौर्य ने भाजपा पर बोला जोरदार हमला
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर जोरदार हमला करते हुए कहा की संविधान की कसम खा कर सत्ता में पहुँचने वाले संविधान की धज्जियां उड़ा रहे है। आरक्षण को भी ख़त्म कर रही है। यूपी में बड़े पैमाने पर जंगलराज,गुंडाराज से यूपी की जनता त्राहि त्राहि कर रही है वही कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है, यूपी का युवा बेरोजगार है, महंगाई से आम जनता त्रस्त है। 140 करोड़ की आबादी में 80 करोड़ की जनता 5 किलो दाल चावल पर चल रही है। 80 करोड़ जनता के सपने पूरे नहीं हो रहे हैं और तो और शिक्षा का भी व्यवसाईकरण हो गया है।
मोर्चे का CM चेहरा होंगे मौर्य
गरीबों को उच्च शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। सत्ता में बैठी डबल इंजन की सरकार किसानों के हित में काम नहीं कर रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा भी सरकार नहीं कर रही है पीएम व सीएम किसानों की एक बात भी नही सुन रहे हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने तीसरे मोर्चे का ऐलान किया है। इतना ही नहीं उन्होंने खुद को इस मोर्चे का मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों की सियासत करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगामी पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए 9 छोटे.छोटे दलों को मिलाकर लोक मोर्चा का गठन किया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस तीसरे फ्रंट से किसी का नफा-नुकसान होगा या फिर यह गठबंधन भी महज शिगूफा साबित होगा।
सपा या बीजेपी किसे होगा नुकसान
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी के उस वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिह कर रहे हैं जिसकी बदौलत वह लगातार जीत रही है, यानी की दलित और ओबीसी। अगर इस वोट बैंक में वे कुछ सेंध लगा पाए तो यह स्थिति समाजवादी पार्टी के लिए मुफीद होगी। क्योंकि लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत का श्रेय भी पीडीए फॉर्मूला को दिया जा रहा है। अब अगर स्वामी प्रसाद मौर्य क्षेत्रीय पार्टियों के साथ इस वोट बैंक में सेंध लगाने में कामयाब होते हैं तो इसका नुकसान बीजेपी को ही होगा।
इन पार्टियों ने मिलकर बनाया मोर्चा
1. अपनी जनता पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष: स्वामी प्रसाद मौर्य
2. राष्ट्रीय समानता दल, राष्ट्रीय अध्यक्ष: मोतीलाल शास्त्री
3. सम्यक पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष: डॉ राजमणि सुब्बैया राय, संस्थापक तपेन्द्र प्रसाद (पूर्व IAS)
4. जन सेवा दल, राष्ट्रीय अध्यक्ष: विनेश ठाकुर
5. पोलिटिकल जस्टिस पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष: राजेश सिद्धार्थ, संस्थापक डॉ बी पी अशोक (पूर्व IPS)
6. सर्व लोकहित समाज पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष: सत्य नारायण मौर्य
7. स्वतंत्र जनता राज पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष: घनश्याम कोरी
8. सबका दल (U), राष्ट्रीय अध्यक्ष: प्रमोद लोधी
9. लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष: राजकुमार सैनी (पूर्व सांसद)