Edited By Deepika Rajput,Updated: 21 Oct, 2019 08:15 AM
समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी की 11 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कराने के लिए निर्वाचन आयोग को विशेष रूप से सतर्कता बरतनी चाहिए। निर्वाचन आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह यह सुनिश्चित करे कि...
लखनऊः समाजवादी पार्टी(सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी की 11 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष कराने के लिए निर्वाचन आयोग को विशेष रूप से सतर्कता बरतनी चाहिए। निर्वाचन आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि वह यह सुनिश्चित करे कि कोई भी मतदान को प्रभावित न कर सके।
अखिलेश का आरोप है कि सत्तारूढ़ दल उपचुनावों में भी सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने से बाज नहीं आ रहा है। उन्होंने आशंका जताई कि अराजकतत्व मतदान केंद्रों पर लोगों को वोट डालने से रोकने की कोशिश कर सकते हैं। बीजेपी के पक्ष में वोट डलवाने के लिए उनके मंत्रीगण, सांसद एवं विधायक निर्वाचन क्षेत्रों में डटे हुए हैं, जबकि 19 अक्टूबर की शाम को चुनाव प्रचार थम गया था। उन्होंने कहा कि रामपुर, प्रतापगढ़, जलालपुर, जैदपुर, बलहा और घोसी क्षेत्रों के सपा प्रत्याशियों ने उपचुनाव में धांधली किए जाने की शिकायत मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयोग को भेजी है, लेकिन जिलाधिकारी और रिटर्निंग अफसर आंख मूंदे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मतदाताओं को डराना और प्रलोभन देना आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। सत्ता की मनमानी पर रोक के साथ निर्वाचन आयोग को ऐसी पारदर्शी व्यवस्था भी करनी चाहिए ताकि प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा मतदाताओं को डराने धमकाने की शिकायतें न हो। लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी प्रदेश के मतदाताओं की भी है। उन्हें बिना किसी दबाव, भय या प्रलोभन के अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग करना होगा तभी सत्तारूढ़ दल की कपटी राजनीति पर रोक लगेगी और उसका अहंकार चकनाचूर होगा।