Edited By Ramkesh,Updated: 24 Apr, 2025 08:21 PM

मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, वहीं कई लोग घायल भी हुए। पूरे देश में इस घटना को लेकर गुस्सा है और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। लेकिन इसी भयावह हमले के...
यूपी डेक्स: मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, वहीं कई लोग घायल भी हुए। पूरे देश में इस घटना को लेकर गुस्सा है और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। लेकिन इसी भयावह हमले के बीच छत्तीसगढ़ से आए 11 पर्यटक ऐसे भी थे जो मौत के साए से निकलकर सुरक्षित लौटे, और इसका श्रेय जाता है स्थानीय टूरिस्ट गाइड नजाकत अहमद शाह को, जिन्होंने न केवल बहादुरी दिखाई बल्कि इंसानियत की मिसाल भी पेश की।
कैसे बचाई 11 लोगों की जान?
नजाकत अहमद शाह, जो पहलगाम के हलवान गनीगुंड इलाके के निवासी हैं, उन 11 पर्यटकों के साथ थे। इनमें 4 कपल और 3 बच्चे शामिल थे। उन्होंने बताया कि वे जम्मू से दो इनोवा गाड़ियों में आए थे और कश्मीर के विभिन्न इलाकों जैसे गुलमर्ग, सोनमर्ग और अंत में पहलगाम में घूम रहे थे। नजाकत के अनुसार, "हम मिनी स्विट्ज़रलैंड घूमने निकले थे। सब लोग फोटो खिंचवा रहे थे, तभी अचानक गोलियों की आवाज आने लगी। पहले लगा कि पटाखे हैं, लेकिन फायरिंग बढ़ती गई। मैंने तुरंत बच्चों को ज़मीन पर लिटाया और फिर जान जोखिम में डालकर उन्हें सुरक्षित होटल पहुंचाया।"
मेरे लिए ये बच्चे मेरी बेटियों जैसे थे
नजाकत ने बताया कि उस समय वहां चीख-पुकार मची हुई थी, लोग इधर-उधर भाग रहे थे। "मैंने बच्चों को अपने सीने से लगाकर बचाया ताकि अगर कोई गोली लगे भी तो मुझे लगे, बच्चों को नहीं। क्योंकि मेरी भी दो बेटियां हैं," नजाकत ने भावुक होते हुए कहा। उन्होंने बताया कि हमला सिर्फ लोगों पर नहीं, बल्कि इंसानियत पर हमला था। इस घटना के बाद इलाके का पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित होगा, जिससे स्थानीय लोगों की आजिविका पर संकट मंडरा रहा है।