Edited By Pooja Gill,Updated: 13 Oct, 2023 12:41 PM
UP News: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां पर एक बेबस माता-पिता ने चार सालों में अपने तीन बेटे खो दिए है। दरअसल, जिले के दिबियापुर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले दिबियापुर के वीर अब्दुल हमीद नगर...
UP News: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। जहां पर एक बेबस माता-पिता ने चार सालों में अपने तीन बेटे खो दिए है। दरअसल, जिले के दिबियापुर कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले दिबियापुर के वीर अब्दुल हमीद नगर निवासी संतोष के तीन बेटे थे। तीनों बेटे को ऐसा बुखार हुआ कि उनकी जान ले ली। उनके तीसरे बेटे की मौत बुधवार को तेज बुखार की वजह से हुई। इसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मिली जानकारी के मुताबिक, नौ अक्टूबर की रात में संतोष के डेढ़ साल के बेटे आदित्य को तेज बुखार आया। आराम न आने पर सुबह कानपुर ले गए। यहां एक निजी अस्पताल व एक चैरिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराना चाहा, लेकिन यहां पर 20 हजार रुपये जमा करने के लिए बोला, तो वह बुखार से तपते बेटे को लेकर हैलट पहुंचा। जहां बाल रोग अस्पताल में भर्ती कराया। भर्ती करने के बाद डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज शुरू किया। लेकिन, थोड़ी ही देर में बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत की खबर सुनकर मां और दादी वहीं पर बेहोश हो गई। पिता को भी बेटे की मौत का यकीन नहीं आया और वो काफी देर तक उसे मुंह से ही ऑक्सीजन देता रहा।
बच्चे की मौत का कारण हाईग्रेड फीवर
डॉक्टरों ने बच्चे की मौत का कारण हाईग्रेड फीवर बताया। परिजनों ने बताया कि बुखार के बाद 17 महीने के आदित्य की हालत बिगड़ गई थी। पहले वह उसे शास्त्रीनगर के निजी अस्पताल ले गए। बच्चे की हालत गंभीर बताकर हैलट भेज दिया गया। बुधवार को बच्चे की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डिप्टी सीएमओ डॉ. राकेश सिंह, सीएचसी अधीक्षक डाॅ. विजय आनंद व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बच्चे की मौत के कारणों की जांच की। साथ ही आसपास के घरों में डेंगू का एडीज लार्वा भी तलाशा, लेकिन कहीं पर भी लार्वा नहीं मिला।
2 बेटे की पहले हो चुकी मौत
संतोष ने बताया कि वर्ष 2019 में सात महीने के बेटे युग की इसी प्रकार से तेज बुखार के कारण मौत हो गई थी। बुखार आने से मौत के बीच केवल 24 घंटे लगे थे। वहीं, वर्ष 2022 में नौ माह 11 दिन के बेटे अवी ने भी तेज बुखार से दम तोड़ दिया था। अब डेढ़ साल के बेटे आदित्य को तेज बुखार आया और उसकी मौत हो गई। अब हमारे पास सिर्फ एक ही सबसे बड़ा बेटा सात वर्षीय कुनाल है।