Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 25 Jul, 2021 08:29 PM
किसी ने सही कहा है कि जटिल से जटिल रोगों का इलाज संभव है मगर किसी की गंदी या प्रदूषित विचारों का इलाज बहुत मुश्किल है। फिर वो किसी को गुलाम बनाने से संबंधित
देवरियाः किसी ने सही कहा है कि जटिल से जटिल रोगों का इलाज संभव है मगर किसी की गंदी या प्रदूषित विचारों का इलाज बहुत मुश्किल है। फिर वो किसी को गुलाम बनाने से संबंधित हो या किसी प्रकार का अंकुश रखने से। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया से है जहां लड़की का जींस पहनना चाचा और दादा को नापसंद था तो उन्होंने बच्ची को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद नदी में फेंकने की कोशिश की लेकिन लड़की का शव पुल के एंगल में फंस गया। यह देख आरोपी दादा और चाचा घबड़ाकर वहां से भाग गए। राहगीरों ने शव को लटकते देखा तो पुलिस को सूचना दी। तब जाकर मामले का खुलासा हुआ।
बता दें कि मामला थाना महुवाडीह क्षेत्र के सवरेजी खरग गांव का है। जो कि 19 जुलाई को घटित हुई। जहां लड़की को अपन नापसंदगी की वजह से उसके दादा और चाचा ने पूजा पर जाते समय जींस पहनने को लेकर मना किया मगर लड़की ने कपड़े बदलने से इनकार कर दिया। इसके बाद दोनों ने लड़की को पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक लाठी लड़की को लगी और उसकी मौत हो गई। लड़की की मौत के बाद उसके घरवाले उसे टेम्पो में रखकर इलाज के बहाने से वहां से ले गए। शकुंतला देवी के मुताबिक उसकी सास-ससुर और देवर ने उससे कहा कि लड़की बेहोश हो गई इसलिए अस्पताल ले जा रहे हैं।
शकुंतला देवी अपने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी। वे लड़की की तलाश में देवरिया सदर अस्पताल गए लेकिन वहां लड़की का वहां कुछ पता नहीं चल सका। मंगलवार सुबह उन्हें पता चला कि लड़की की लाश गंडक नदी पर बने पटनवा पुल पर लटकी हुई मिली है। तब पता चला कि उसकी बेटी को अस्पताल नहीं घर से करीब 16 किलोमीटर दूर पटनवा पुल पर ले जाकर नदी में फेंकने की कोशिश की गई थी।
इस बाबत थाना प्रभारी राम मोहन सिंह ने बताया कि लड़की के दादा परमहंस पासवान, दादी भगिनी देवी, चाचा अरविंद और टेम्पो चालक हसनैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस बारे में लड़की की मां शकुंतला देवी ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी को जींस पहनने पर उसके दादा और चाचा ने बुरी तरह पीटा।