Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 24 Aug, 2020 04:19 PM
उत्तर प्रदेश के वाराणसी एवं देश के अनेक राज्यों में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले के बीच काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए पहले चरण की देश के 125 से अधिक शहरों में निर्धारित केंद्रों...
वाराणसीः उत्तर प्रदेश के वाराणसी एवं देश के अनेक राज्यों में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले के बीच काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए पहले चरण की देश के 125 से अधिक शहरों में निर्धारित केंद्रों पर प्रतियोगी परीक्षाएं सोमवार को शुरू कर दी गईं। छात्र-छात्राओं एवं विश्वविद्यालय कर्मियों की चहल-पहल से कई महीने बाद यहां रौनक लौटी है।
बीएचयू प्रवक्ता डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए करीब साढ़े पांच लाख विद्यर्थियों ने अपना पंजीकरण करवाया था। पहले चरण में 24 से 31 अगस्त के दौरान स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए परीक्षाएं शुरू कर दी गईं। द्वितीय चरण में नौ से 18 सितंबर के दौरान स्नातक के लिए देशभर में 125 अधिक शहरों निर्धारित केंद्रों पर परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी तमाम ऐहतियाती उपायों के साथ ‘ऑफ लाइन' एवं ‘ऑन लाइन' परीक्षाएं शुरू की गईं। परीक्षा भवन को अच्छी तरह से सैनेटाइज किया गया तथा परीक्षा कार्य से जुड़े कर्मियों एवं अभ्यर्थियों से बचाव के तमाम उपाये करने के दिशा-निर्देशों के साथ ही उनकी समुचित निगरानी भी की जा रही है।
डॉ. राजेश सिंह ने बताया कि करीब साढ़े पांच लाख पंजीकृत अभ्यर्थियों में पहले दिन करीब 39,835 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने के लिए पंजीकृत हैं। परीक्षाएं तीन पालियों में आयोजित की जा रही हैं। पहली पाली में 12,074, दूसरी में 3,043 एवं तीसरी पाली में 24,718 विद्यार्थियों ने परीक्षा के लिए अपना पंजीकरण करवाया था। उन्होंने बताया कि पहले चरण में बीएचयू परिसर में पांच सेंटर बनाये गये, जहां ‘ऑफलाइन' तरीके से परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। बीएचयू परिसर बाहर 17 केंद्रों पर 4986 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में गत वर्षों के मुकाबले करीब दोगुणा खर्च का अनुमान है।