Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 21 Oct, 2018 02:26 PM
यूपी के कन्नौज जिले में 20 अक्टूबर को शिक्षामित्र पवन कुमार द्वारा आत्महत्या वाले मामले में न्याय न मिलने पर पीड़ित परिवार शव रखकर धरने पर बैठ गया है। मृतक पवन के परिजनों का आरोप है कि मृतक पवन कुमार ने आत्म...
कन्नौजः यूपी के कन्नौज जिले में 20 अक्टूबर को शिक्षामित्र पवन कुमार द्वारा आत्महत्या वाले मामले में न्याय न मिलने पर पीड़ित परिवार शव रखकर धरने पर बैठ गया है। मृतक पवन के परिजनों का आरोप है कि मृतक पवन कुमार ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था कि उसके मौत के जिम्मेदार खंड शिक्षाधिकारी सुनील दुबे एनपीआरसी प्रभात कुमार व बीआरसी शैलेश मिश्रा हैं। इनकी प्रताड़ना से परेशान होकर वह आत्महत्या कर रहा है।
सुसाइड नोट में हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों पर पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। उनकी मांग है जब तक पुलिस आरोपियों के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज करते हैं उनको न्याय नहीं मिलता, तब तक वो शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। शिक्षा मित्र की मौत के 24 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने मामले में कार्रवाई तो दूर की एफआईआर तक नहीं लिखी।
इतना ही नहीं बेसिक शिक्षा विभाग के किसी अधिकारी ने भी कार्रवाई तो दूर जांच तक की बात नहीं कही। जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के ढुलमुल रवैये से मृतक शिक्षा मित्र पवन कुमार का परिवार न्याय के लिए सीएम योगी तक जाने की बात कह रहा है।वहीं मौके पर पहुंचे अधिकारियों के सामने मृतक परिवार की महिलाओं ने जमकर हंगामा काटा।
बता दें कि छिबरामऊ के नगला कायस्थान गांव का निवासी पवन पेशे से शिक्षा मित्र था। 20 अक्टूबर को पवन ने फांसी लगाकर जान दे दी थी और एक सुसाइड नोट में प्रताड़ित करने वाले अध्यापको व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नाम लिखे थे। पवन ने आरोप लगाया था की उसकी जबरन बीएलओ की ड्यूटी लगा दी थी उसने बीएसए और डीएम से मामले में शिकायत भी की थी, लेकिन कही से न्याय न मिलने पर वो परेशान था। उधर शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्रवाई करवाने की धमकी दे रहे थे।
वहीं मृतक की पत्नी और भाई का कहना है कि जब तक हमे न्याय नही मिलेगा हम शव का अंतिम संस्कार नही करेंगे। मृतक पवन की पत्नी कह रही कि हम यही अपने बच्चों के साथ जान दे देंगे। वहीं मामले पर अभी तक आला अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है।