Edited By Purnima Singh,Updated: 05 Feb, 2025 05:04 PM
दुनियाभर के देश डेटा सेफ्टी को लेकर तमाम तरह के कदम उठा रहे हैं। दुनिया जब एआई में एंट्री कर चुकी है तो ऐसे में देश के डेटा को सेफ रख पाना एक बड़ी चुनौती बन गया है। भारत सरकार ने डेटा सुरक्षा के महत्व को समझते हुए फाइनेंस मिनिस्ट्री के कर्मचारियों...
लखनऊ : दुनियाभर के देश डेटा सेफ्टी को लेकर तमाम तरह के कदम उठा रहे हैं। दुनिया जब एआई में एंट्री कर चुकी है तो ऐसे में देश के डेटा को सेफ रख पाना एक बड़ी चुनौती बन गया है। भारत सरकार ने डेटा सुरक्षा के महत्व को समझते हुए फाइनेंस मिनिस्ट्री के कर्मचारियों को चैटजीपीटी और डीपसीक जैसे एआई टूल्स का उपयोग से मना किया है। फाइनेंस मिनिस्ट्री द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि इन टूल्स का इस्तेमाल सरकारी दस्तावेजों और संवेदनशील डेटा की गोपनीयता में सेंध लगा सकता है।
वित्त मंत्रालय की यह एडवाइजरी 29 जनवरी को जारी की गई है। वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों को सरकारी सिस्टम और उपकरणों पर एआई आधारित ऐप्स के उपयोग से बचने की सलाह दी गई है। वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि भी की है। उनका कहना है कि यह निर्देश वास्तविक है और हाल ही में जारी किया गया था। इसी बीच, भारत अपने स्वदेशी एआई मॉडल विकसित करने की योजना बना रहा है। बता दें कि डीपसीक को ऑस्ट्रेलिया, इटली और नीदरलैंड में भी गोपनीयता चिंताओं के कारण प्रतिबंधित किया गया है।