Edited By Ramkesh,Updated: 06 May, 2024 06:37 PM
उत्तर प्रदेश की जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी श्रीकला रेड्डी का टिकट कटने पर उनके पति बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय का रिएक्शन सामने आया है। सिंह ने कहा कि जो भी पत्नी के साथ हुआ उससे वह आहत हैं। मैं तीन-तीन बार BSP से धोखा खाया हूं। मेरे साथ...
Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश की जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी श्रीकला रेड्डी का टिकट कटने पर उनके पति बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय का रिएक्शन सामने आया है। सिंह ने कहा कि जो भी पत्नी के साथ हुआ उससे वह आहत हैं। मैं तीन-तीन बार BSP से धोखा खाया हूं। मेरे साथ पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी है। जिस तरह मेरे ऊपर आरोप लगाया जा रहा है, वह निराधार है। हमने किसी के साथ कोई समझौता नहीं किया है।
पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने कि हम अपने लोगों के साथ बातचीत करके फैसला करेंगे। जौनपुर लोकसभा सीट धनंजय सिंह की वजह से चर्चा में आई है, बसपा ने कई सीटों पर टिकट काटा है लेकिन उन सीटों को लेकर कोई चर्चा नहीं हो रही है। क्यों कि हम जौनपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीत रहे थे। इस वजह से ये सीट चार्चा में आई। हालांकि हम लोगों के बिना जौनपुर से कोई भी सांसद नहीं बन सकता है। अपने लोगों से बातचीत कर फैसला लेगे।
आप को बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने जौनपुर लोकसभा सीट से बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी का टिकट काट दिया है। पार्टी ने उनकी जगह पर जौनपुर से मौजूदा सांसद श्याम सिंह यादव को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। बसपा के सूत्रों ने बताया कि जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह का टिकट काटकर वर्ष 2019 में इसी सीट से सांसद चुने गये श्याम सिंह यादव को दे दिया गया है।
यादव ने कहा कि बसपा ने उन्हें फार्म—बी दे दिया है और वह आज दोपहर कर लिया है। उन्होंने इसके लिए बसपा सुप्रीमो मायावती को धन्यवाद दिया। यादव ने कहा कि वह अपने कार्यकाल में जनहितकारी कार्यों के बल पर फिर से जनता के बीच जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जौनपुर की जनता बसपा के 'सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय' के नारे को आत्मसात करेगी। जौनपुर की एक एमपी-एमएलए अदालत ने गत छह मार्च को नमामि गंगे परियोजना प्रबंधक अभिनव सिंघल के अपहरण और जबरन वसूली के साल 2020 के एक मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके सहयोगी संतोष विक्रम को सात साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है।
उन्हें जौनपुर जिला जेल में रखा गया और बाद में बरेली जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गत 27 अप्रैल को सिंह को जमानत दे दी थी, लेकिन जिला अदालत द्वारा सुनाई गई सात साल की कैद की सजा को निलंबित करने या उस पर रोक लगाने की उनकी याचिका खारिज कर दी थी। जौनपुर में भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं समाजवादी पार्टी ने एनआरएचएम घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को मैदान में उतारा है। जौनपुर में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में, 25 मई को मतदान होगा।